Happy Birthday Remo D’Souza: कोरियोग्राफ़र अहमद ख़ान रामगोपाल वर्मा (Ahmed Khan Ramgopal Varma) की फ़िल्म ‘रंगीला’ के लिये एक नये चेहरे की तलाश कर रहे थे। अहमद की ये तलाश एक टैलेंटेड लड़के पर आकर ख़त्म होती है, लेकिन संवाले रंग के कारण उसे फ़िल्म में लेने से इंकार कर दिया गया। इसके बाद अहमद ख़ान (Ahmed Khan Ramgopal Varma) ‘आई रे आई रे’ गाने के लिये फिर से एक चॉकलेटी चेहरा ढूंढने लगे। किस्मत देखिये अहमद की ये खोज फिर उसी लड़के पर आ रुकी।
अहमद को इस लड़के के टैलेंट पर भरोसा था और उस लड़के को ख़ुद पर विश्वास, बस दोनों के इसी कांबिनेशन से आज वो लड़का बॉलीवुड का बड़ा और जाना-माना नाम बन गया। वो लड़का कोई और नहीं, बल्कि डांस के बादशाह रेमो डीसूज़ा (Remo D’Souza) हैं।
रेमो (Remo D’Souza) ने अपने करियर की शुरुआत बतौर डांस टीचर की थी, पर आज वो कोरियोग्राफ़र, फ़िल्म प्रोड्यूसर और डायरेक्टर का रोल भी निभा रहे हैं। ताज्जुब होता है न ये सुनकर कि कुछ साल पहले मुंबई आया एक नौजवान रातों-रात कैसे फ़िल्म इंडस्ट्री का एक जाना-माना चेहरा बन गया। अगर आपको भी ऐसा लग रहा है, तो बता दें कि फ़िल्म इंडस्ट्री में रेमो को ये मुकाम काफ़ी शिद्दत से मेहनत करने के बाद मिला है।
दरअसल, बचपन से ही रेमो (Remo D’Souza) का डांस के प्रति एक अलग लगाव था, जिस वजह से वो हमेशा माइकल जैकसन के वीडियोज़ देख कर डांस किया करते थे।यही नहीं, डांस की दुनिया के इस बदशाह ने कभी डांस की फ़ॉर्मल तालीम नहीं ली और डांस में जितना कुछ भी सीखा, वो सब ख़ुद से ही सीखा। रेमो घर पर ही म्यूज़िक वीडियो देख कर डांस की प्रैक्टिस करते थे। रेमो के अंदर छिपा डांस का जुनून ही उन्हें मुंबई खींच लाया और यहां आकर उन्होंने चर्नी रोड पर सुपरब्रैट्स नाम से डांस क्लासेस शुरू की, जिसमें पहले सिर्फ़ चार बच्चे थे और देखते ही देखते ही डांस सीखने वाले बच्चों की संख्या बढ़ती चली गई।
रेमो (Remo D’Souza) सुबह पहले चर्नी रोड पर डांस सिखाने जाते, उसके बाद बोरीवली और उनकी लास्ट क्लासेस अंधेरी में ख़त्म होती।
रंगीला फ़िल्म से रेमो को बॉलीवुड में पहला ब्रेक मिला और इसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा. बतौर कोरियोग्राफ़र उनकी शुरुआत सोनू निगम के म्यूज़िक एल्बम दीवाना से हुई थी। इसके बाद उन्होंने न सिर्फ़ कोरियोग्राफ़ी की दुनिया में कदम आगे बढ़ाया, बल्कि ‘फ़ालतू’ और ‘ABCD’ जैसी फ़िल्में भी की। फ़िल्म इंडस्ट्री के साथ-साथ रेमो ने छोटे पर्दे पर कई डांस रियलिटी शोज़ भी जज किये। इसके साथ ही पुनीत, शक्ति मोहन, सलमान, धर्मेश और राघव जैसे कई टैलेंटेड प्रतिभागियों को आगे बढ़ने का मौका भी दिया।
रेमो डीसूज़ा (Remo D’Souza) की ज़िंदगी हमें यही सिखाती है कि अगर आपके अंदर कुछ करने और पाने का जुनून है, तो पूरी कायनात आपको उस मुकाम तक पहुंचाने में लग जाती है।
उनक बर्थडे पर जानिए, उनसे जुड़ी खास बातें…
- रेमो ने ‘रेस 3’, ‘बाजीराव मस्तानी’, ‘2 स्टेट्स’, ‘ये जवानी है दीवानी’, ‘कृष 3’ और ‘सिंह इज किंग’ सहित कई फिल्मों में कोरियोग्राफी की है।
- रेमो डिसूजा (Remo D’Souza) का जन्म बेंगलुरू में साल 2 अप्रैल 1974 में हुआ था। उनके पिता नेवी में ऑफिसर थे, जबकि मां हाउस वाइफ। उनके परिवार में एक बड़ा भाई और तीन बहनें हैं। रेमो ने 10वीं तक की पढ़ाई गुजरात में की, इसके बाद वो मुंबई आ गए।
- रेमो (Remo D’Souza) को डांस करना इतना पसंद था कि उन्होंने किसी से ट्रेनिंग नहीं ली और माइकल जैक्सन के वीडियो देखकर ही डांस करना सीखा। धीरे-धीरे दोस्तों की मदद से अपनी डांस एकेडमी भी खोल ली, लेकिन इस दौरान वो आर्थिक तंगी से भी गुजरे।
- रेमो की टीम ने एक डांस रिएलिटी शो में हिस्सा लिया और फिर उनकी जिंदगी बदल गई। उन्होंने ‘रंगीला’ फिल्म से बॉलीवुड में कदम रखा, जहां दर्शकों ने उनकी कोरियोग्राफी पसंद की। इसके बाद कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा।
- रेमो द्वारा कोरियोग्राफ किया गया ‘कांटे’ मूवी की आइटम सॉन्ग ‘इश्क समंदर’ सुपरहिट रहा। इसके बाद उन्होंने एक से बढ़कर एक हिट गानों के डांस को कोरियोग्राफ किया।
- रेमो ने ‘फालतू’ फिल्म से डायरेक्शन की शुरुआत की थी। उन्होंने ‘एबीसीडी’ और इसकी अन्य फ्रैंचाइजी का निर्देशन किया है। इसके अलावा वो डांस रिएलिटी शो ‘झलक दिखला जा’ और ‘डांस प्लस’ सहित कई शोज में बतौर जज नज़र आ चुके हैं।