कहा जाता है कि, स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ दिमाग का निवास होता है। क्योंकि स्वस्थ व्यक्ति का ही शरीर और दिमाग पूर्ण सक्रिय रहता है। जिस व्यक्ति का शरीर निरोग रहता है, वह हर क्षेत्र में सफलता प्राप्त करता है।
आजकल की भागती दौड़ती जिंदगी में अपने तन-मन को स्वस्थ रखना एक चुनौती है। लेकिन हम सबने हमारे बड़े-बुजुर्गों से छोटी-छोटी बातें सुनी होंगी, जो बहुत ही कारगर साबित होती हैं और वैज्ञानिक दृष्टि से भी सही हैं। आइए आज आपको हम उन्हीं देसी नुस्खों के बारे में बताते हैं, जो आपको स्वस्थ रखने में मददगार हैं।
नौकरीपेशा लोगों के लिए एक अच्छी निंद बेहद जरूरी है। शरीर को सिर्फ नींद नहीं बल्कि पूरा आराम भी दीजिए। सिर्फ आठ घंटे सोना ही काफी नहीं है, बल्कि सोने से पहले इलैक्ट्रॉनिक गैजेट्स से दूरी बनाएं। क्योंकि ये आपके दिमाग को नुकसान पहुंचाते हैं और पूरा आराम नहीं करने देते। जिस वजह से आप 8 घंटे की नींद के बाद भी आराम महसूस नहीं करते हैं।
बड़े-बुजुर्गों अक्सर कहते हैं कि तांबे के बर्तन में पानी पीना काफी फायदेमंद होता है। तांबे में बैक्टीरिया-नाशक गुण होते हैं, जो संक्रमण होने से बचाती है। तांबे के बर्तन में रखा हुआ पानी लिवर के लिए भी स्वास्थ्यवर्धक होता है।
अपने खाने पर ध्यान दें। जरूरत से ज्यादा खाना भी आपके शरीर को नुकसान पहुंचाता है। इसलिए अपने शारीरिक कार्यों के हिसाब से ही आहार का निर्धारण करें। कम व हल्का खाना खाएं, जिससे पेट भी सही रहेगा और वसा या मधुमेह जैसी समस्याएं भी नहीं होंगी।
ऑफिस में काम करते वक्त या बच्चें जब पढ़ाई करते हैं तब सीधे बैठें। हम अपने दिन का सबसे ज्यादा समय बैठकर गुजारते हैं। अगर इस दौरान आपकी कमर या शरीर का पोस्चर सही नहीं होता तो अन्य अंगों पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है और दर्द की शिकायत होने लगती है। इसलिए बैठते हुए कमर को बिल्कुल सीधा रखें।