रेल मंत्रालय ने यात्रियों के लिए राहत भरी खबर देते हुए कहा है कि गरीब रथ (Garib Rath Express) रेलगाड़ियां बंद नहीं की जाएंगी और पहले की तरह चलती रहेंगी। इससे पहले मीडिया में खबर आई थी कि मोदी सरकार देश में गरीब रथ एक्सप्रेस ट्रेनों को बंद करके इन्हें मेल एक्सप्रेस में बदलने का प्लान बना रही है।
रेल मंत्रालय ने शुक्रवार को ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है। अपने ट्वीट में मंत्रालय ने लिखा कि मौजूदा वक्त में रेलवे की ओर से 26 जोड़ी गरीब रथ (Garib Rath Express) ट्रेनें चलाई जाती हैं। गरीब रथ में 12 कोच होते हैं और सभी वातानुकूलित हैं। कम भाड़े में एसी सुविधा प्रदान करने की वजह से ये ट्रेन यात्रियों के बीच काफी लोकप्रिय है।
Services of Train no. 12207/08 Garibrath Express between Kathgodam and Jammu Tawi and Train no. 12209/10 Garibrath Express between Kanpur and Kathgodam restored with effect from 4th August 2019. pic.twitter.com/FJnYapqMf6
— Ministry of Railways (@RailMinIndia) July 19, 2019
रेल मंत्रालय, काठगोदाम और जम्मू तवी के बीच ट्रेन नंबर 12207/08 गरीबरथ एक्सप्रेस और कानपुर-काठगोदाम के बीच ट्रेन संख्या 12209/10 गरीब रथ एक्सप्रेस की सेवाओं को 4 अगस्त, 2019 से दोबारा बहाल करेगी।
गरीब रथ को बंद करने के फैसले के पीछे ये कारण बताया जा रहा था कि इसके पीछे ट्रेन की बोगियों का प्रोडक्शन बंद होना है। इन बोगियों के जगह पर अब आधुनिक बोगियां बनाई जा रही हैं। इसलिए गरीब रथ ट्रेनों को मेल एक्सप्रेस ट्रेन में बदला जाएगा।
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हालाँकि, मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा कि गरीब रथ ट्रेनों को बदलने के लिए कोई योजना नहीं चल रही है। इस ट्रेन के फिर से बहाल होने से यात्रियों के किराए में फिर से बचत होगी। गरीब रथ, गरीब आदमी की आर्थिक स्थिति को देखते हुए चलाया गया था। इसके तहत किराया अन्य एक्सप्रेस व सुपरफास्ट ट्रेनों की तुलना में कम रखा गया।
बता दें, गरीबों को एसी ट्रेन में सफर कराने के लिए साल 2006 में रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव ने गरीब रथ ट्रेन (Garib Rath Express) की शुरुआत की थी। पहली ट्रेन सहरसा-अमृतसर गरीब रथ एक्सप्रेस थी, जो बिहार के सहरसा से पंजाब के अमृतसर के बीच चलाई गई थी। इस ट्रेन में एसी 3 और चेयरकार कोच थे।