बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत (Sushant Singh Rajput) की मौत की पहेली को हल करने का काम सीबीआई को सौंपा गया है। केंद्रीय एजेंसी ने सुशांत के मौत की गुत्थी सुलझाने के लिए एक विशेष जांच टीम बनाई है, जिसमें बिहार के गया जिले से ताल्लुक रखने वाली आईपीएस अफसर नूपुर प्रसाद भी शामिल हैं।
गया के के टिकारी की रहने वाली नूपुर सीबीआई की तेज तर्रार अफसर के रूप में जानी जाती हैं। फिलहाल, वह सीबीआई में बतौर एसपी के पोस्ट पर कार्यरत हैं। सुशांत केस की जांच का दायित्व मिलने के बाद नुपूर के गांव में बेहद खुशी का माहौल है। वहीं सुशांत के फैंस की उम्मीद भी बढ़ गई है कि दिवंगत अभिनेता को न्याय मिलेगा।
2007 बैच की आईपीएस ऑफिसर हैं नूपुर
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, टिकारी के सलेमपुर गांव की रहने वाली नूपुर प्रसाद 2007 बैच की एजीएमयूटी कैडर (AGMUT Cadre) की आईपीएस अफसर हैं। वह पूर्व में राजधानी दिल्ली के शाहदरा इलाके की डीसीपी भी रह चुकी हैं। सीबीआई में उनका अपॉइंटमेंट बीते साल हुआ था। सुशांत केस के लिए सीबीआई ने जिस टीम का गठन किया है, उसमें 1994 बैच के आईपीएस अधिकारी और सीबीआई के संयुक्त निदेशक मनोज शशिधर शामिल हैं। वहीं, केस का सुपरविजन 2004 बैच की महिला आईपीएस अधिकारी गगनदीप गंभीर करेंगी।
नूपुर के गांव में खुशी का माहौल
बता दें कि नूपुर टिकारी सलेमपुर गांव निवासी इंदूभूषण प्रसाद की इकलौती बेटी हैं। सुशांत केस की जांच के लिए बनाई गई टीम का हिस्सा होने की खबर फैलते ही उनके गांव में खुशी का माहौल है। गांव में ही रहने वाले नूपुर के चाचा नंदू सिन्हा ने कहा कि उनकी बेटी कब देखते-देखते बड़ी हो गई, पता ही नहीं चला। उन्होंने बताया कि नूपुर बचपन से ही स्वभाव में शांत और तेज-तर्रार थी। नूपुर के परिजनों ने उम्मीद जताई है कि अब सुशांत केस को जल्द ही नुपुर अपने कौशल से सुलझा लेंगी।