नई दिल्ली/रांची | आगामी झारखंड विधानसभा चुनाव में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सबसे अधिक 28 से 38 सीटों पर जीत दर्ज कर सकती है। लेकिन, कांग्रेस, झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) व राष्ट्रीय जनता दल (राजद) का विपक्षी गठबंधन भाजपा को कड़ी टक्कर दे सकता है। आईएएनएस और सी-वोटर द्वारा झारखंड विधानसभा चुनाव के लिए किए गए जनमत सर्वेक्षण में यह नतीजे सामने आए हैं। सर्वे के अनुसार, भाजपा हालांकि राज्य में सबसे पसंदीदा पार्टी है, लेकिन वह 81 सदस्यीय राज्य विधानसभा में सरकार बनाने के लिए आवश्यक 41 सीटों का विजयी आंकड़ा प्राप्त करती नहीं दिख रही है।
जनमत सर्वेक्षण के मुताबिक, विपक्षी झामुमो 18 से 28 सीटों पर जीत दर्ज कर भाजपा के करीब पहुंच सकता है।
इसकी सहयोगी पार्टी कांग्रेस को चार से 10 सीटें मिल सकती हैं। राजद द्वारा राज्य में एक बड़ी उपस्थिति दर्ज कराने की संभावना नहीं है, जनमत सर्वेक्षण में उसकी सीटों को अलग से सूचीबद्ध नहीं किया गया है। इन दलों ने पिछला झारखंड विधानसभा चुनाव अलग-अलग लड़ा था।
आल झारखंड स्टूडेंट्स यूनियन (आजसू) को तीन से नौ सीटें मिलने का अनुमान लगाया गया है। भाजपा व आजसू ने पिछली बार साथ मिलकर चुनाव लड़ा था लेकिन इस बार इनका गठबंधन नहीं हो सका। अगर मुकाबला करीबी रहा तो आजसू का साथ छूटना भाजपा पर भारी पड़ सकता है।
सर्वेक्षण के मुताबिक, झारखंड विकास मोर्चा (झाविमो) को तीन से नौ सीटें मिल सकती हैं। यह पार्टी किसी गठबंधन का हिस्सा नहीं है।
2014 के चुनावों में भाजपा ने 37 सीटें जीती थीं। इसके अलावा आजसू ने पांच सीटों पर जीत दर्ज की थी, जिसके बाद इन दोनों पार्टियों ने मिलकर सरकार बनाई।
पिछले चुनाव में झामुमो के पास 19 सीटें थीं। वहीं कांग्रेस ने छह और झाविमो ने आठ सीटें जीती थीं जिससे इनकी कुल सीटें 33 तक पहुंच गई थीं। बाकी बची छह सीटें अन्य पार्टियों ने जीती थीं।
झारखंड में 30 नवंबर से 20 दिसंबर तक पांच चरणों में चुनाव होने हैं, जिसका परिणाम 23 दिसंबर को घोषित होगा।
यह सर्वेक्षण नवंबर महीने के दौरान कुल 8,923 पात्र मतदाताओं से की गई बातचीत पर आधारित है। टीम सी वोटर ने बताया कि राज्य के सभी विधानसभा क्षेत्र के मतदाताओं से सर्वेक्षण में बात की गई।
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