झारखंड सरकार RJD के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव (Tej Pratap Yadav) के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाने जा रही है। तेज प्रताप पर एफआईआर होने की वजह ये बताई जा रही है कि उन्होंंने लॉकडाउन (Lockdown) के दौरान राज्य सरकार द्वारा जारी की गई गाइडलाइन का उल्लंघन किया है।
दरअसल गुरुवार को तेज प्रताप पिता लालू यादव से मिलने रांची गए थे और इस दौरान वो एक होटल में ठहरे थे। एक मिली जानकारी के अनुसार जिस होटल में वे ठहरे थे उस होटल के खिलाफ कोरोना काल के दौरान नियम उल्लंघन करने का आरोप लगा है और इसी को लेकर एक प्राथमिकी भी दर्ज की जा चुकी है।
तेज प्रताप पिता से मिलने के लिए हॉस्पिटल तो गए, लेकिन इससे पहले उन्हें होटल में ठहरना पड़ा था। कोरोना काल के दौरान सभी होटल बंद होने की वजह से उनके लिए ख़ास तौर पर होटल कैपिटल रेजीडेंसी को खोला गया और सभी तरह की व्यवस्थाएं मुहैया कराई गई।
जिसके बाद होटल के खिलाफ भी इस मामले में केस दर्ज कर लिया गया। बताया जा रहा है कि बिना अनुमति होटल खोलने की वजह से यह केस दर्ज किया गया है। अब इस मामले के सामने आते ही बिहार में सियासत भी शुरू हो गई है। जेडीयू नेता व बिहार सरकार में मंत्री महेश्वर हजारी ने कहा कि राजनीति में रहने वाले लोगों को नियमों का पालन करना चाहिए।
महेश्वर हजारी ने तेज प्रताप पर तंज कसते हुए कहा कि उन्हें जिम्मेदारी का अहसास भी रखना चाहिए। तेजप्रताप पूर्व स्वास्थ्य मंत्री भी रहे हैं बावजूद इसके लॉकडाउन गाइडलाइन का पालन नहीं करना गलत है। सभी को गाइडलाइन का पालन करना चाहिए। ऐसी लापरवाही बरतने पर मुकदमा होता ही है।
दूसरी ओर बीजेपी प्रवक्ता निखिल आनंद ने कहा कि तेजप्रताप ने लॉकडाउन का उल्लंघन किया है। अपने पिता से मिलने लॉकडाउन में रांची जाकर वो होटल में ठहरते हैं जबकि कोरोना के कारण होटल बंद है। तेजप्रताप के लिए ये नई बात नहीं है, वो इसी उलजुलूल हरकतों के लिए जाने जाते हैं। आरजेडी के जीन में ही नियम क़ानून का उल्लंघन करना लिखा हुआ है।