रिलायंस इंडस्ट्रीज की 43वीं महासभा (AGM) में बुधवार को इसके चेयरमैन मुकेश अंबानी ने कई अहम बड़ी घोषणाएं की। उन्होंने बताया कि गूगल, रिलायंस समूह की कंपनी जियो प्लेटफॉर्म्स में 33,737 करोड़ रुपये का निवेश करेगी। इस निवेश के बदल गूगल को जियो प्लेटफॉर्म्स में 7.7 फीसदी हिस्सेदारी मिलेगी।
रिलायंस ने यह भी कहा कि एंट्री लेवल 5जी स्मार्टफोन लेकर आएगी। गूगल के साथ मिलकर रिलायंस एक एंड्रॉयड बेस्ड ऑपरेटिंग सिस्टम तैयार करेगी और हर भारतीय को सस्ता स्मार्टफोन मुहैया कराने की पहल करेगी। मुकेश अंबानी ने कहा कि भारत को 2जी मुक्त बनाने पर उनका खास जोर रहेगा।
देश की सबसे बड़ी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) की आज यानी 15 जुलाई को 43वीं सालाना महासभा (AGM) हो रही है। इसके साथ ही मुकेश अंबानी ने AGM में कंपनी के शेयरहोल्डर्स के समक्ष कंपनी की आगे की रणनीति का खाका पेश किया। 12 लाख करोड़ के मार्केट कैप को पार कर चुकी रिलायंस इंडस्ट्री ने अपनी वार्षिक बैठक में एक के बाद एक घोषणाएं और ऐलान किए हैं।
चेयरमैन मुकेश अंबानी ने अपने संबोधन की शुरुआत जियो मीट के साथ ही। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस एक बड़ी चुनौती बनकर आया है, लेकिन देश और वैश्विक अर्थव्यवस्था इससे तेजी से रिकवर करेगी और जल्द ही अच्छी ग्रोथ प्राप्त करेगा। उन्होंने बताया कि जियो मीट को 50 लाख लोगों ने डाउनलोड कर लिया है।
मुकेश अंबानी ने कहा कि जियो मीट की लॉन्चिंग के बाद ही अब तक 50 लाख लोगों ने इसे डाउनलोड किया है, जो बड़ी उपलब्धी है। उन्होंने कहा कि Jio Meet भारत का पहला और एकमात्र क्लाउड बेस्ड वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग ऐप है, जिसे सिर्फ दो महीने में ही यंग जियो प्लेटफॉर्म टीम ने तैयार किया है। उन्होंने कहा कि इस ऐप की रिलीज के कुछ दिन बाद इसे 50 लाख लोगों ने डाउनलोड किया है।
जियो प्लेटफॉर्म्स के इस निवेश से रिलायंस इंडस्ट्रीज तय लक्ष्य से पहले ही कर्जमुक्त हो चुकी है। हाल में अमेरिकी कंपनी क्वालकॉम वेंचर्स (Qualcomm Ventures) ने रिलायंस जियो प्लेटफॉर्म्स में 730 करोड़ रुपये के निवेश का ऐलान किया है। इससे जियो प्लेटफॉर्म्स को 5G प्लान पर आगे बढ़ने में मदद मिलेगी।