नई दिल्ली | कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनावों में पार्टी के निराशाजनक प्रदर्शन के बाद सोमवार को राज्य में अपनी सभी जिला समितियों को भंग कर दिया। लोकसभा चुनावों में पार्टी सिर्फ रायबरेली की सीट पर जीत हासिल कर सकी। इसका प्रतिनिधित्व संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) की अध्यक्ष सोनिया गांधी करती हैं। राज्य में लोकसभा की 80 सीटें हैं।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी अमेठी की सीट पर केंद्रीय मंत्री व भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता स्मृति ईरानी से 55,000 वोटों से हार गए थे।
कांग्रेस महासचिव के. सी. वेणुगोपाल ने कहा कि यह कार्रवाई महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा और ज्योतिरादित्य सिंधिया द्वारा दिए गए प्रस्तावों के आधार पर की गई, जो क्रमश: पार्टी के पूर्वी और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के प्रभारी हैं।
वेणुगोपाल द्वारा जारी एक आदेश में कहा गया कि कांग्रेस पार्टी ने राज्य में होने वाले उपचुनाव के मद्देनजर चुनाव वाली हर विधानसभा सीट के लिए दो सदस्यीय समिति की नियुक्ति की है। कांग्रेस के विधानसभा में नेता अजय कुमार लल्लू को संगठन में बदलाव का प्रभारी नियुक्त किया गया है।
INC COMMUNIQUE
Press release regarding Dissolution of all District Committees of U.P. effective immediately.
Appointment of @AjayLalluINC as in charge of making organizational changes in U.P. (East) . pic.twitter.com/6nQMj4QI4e— INC Sandesh (@INCSandesh) June 24, 2019
इस आदेश में यह भी कहा गया है कि 2019 के लोकसभा चुनावों के दौरान पार्टी में अनुशासनहीनता की शिकायत की जांच के लिए तीन सदस्यीय अनुशासन समिति बनाई जाएगी। पार्टी ने 19 जून को कर्नाटक कांग्रेस समिति को भंग कर दिया था।
55 सदस्यों की कांग्रेस कार्यसमिति में 18 ने लड़ा चुनाव, 14 हारे, राहुल-सोनिया सहित सिर्फ 4 जीते