कोरोना महामारी के चलते लॉकडाउन के बीच कर्नाटक कांग्रेस ने डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती पर संविधान की प्रस्तावना का पाठ करने का आह्वान किया है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डी.के.शिवकुमार ने जनता से कल (14 अप्रैल) को डॉ. भीमराव अंबेडकर की 130वीं जयंती के मौके पर सुबह 10 बजे प्रस्तावना पाठ करने की अपील की है। कांग्रेस नेता ने कहा है कि ये वक्त की मांग है कि हम निजी, जातीय और धार्मिक भेदभाव को भुलाकर एकसाथ आएं।
कर्नाटक कांग्रेस द्वारा जारी एक प्रेस रिलीज में कहा गया है कि संविधान सर्वोपरि है और इसके जरिये ही हमें एकता, राष्ट्रीय पहचान और सम्मान हासिल हुई है। संविधान की वजह से ही हर नागरिक के अधिकारों की सुरक्षा होती है। इसलिए जरूरत है कि पूरा देश बिना किसी द्वेष और पूर्वाग्रह के साथ आए और एक आवाज में पूरी दुनिया को ये संदेश दे कि बाबा साहेब और उनके द्वारा निर्मित संविधान में हमारी पूर्ण आस्था है।
इसमें कहा गया है कि जो व्यक्ति जहाँ है, उसे वहीं से संविधान की प्रस्तावना का पाठ करना चाहिए। हालाँकि भीड़-भाड़ इकठ्ठा कर धूमधाम से कार्यक्रम आयोजित नहीं करने की बात भी कही गई है। डीके शिवकुमार ने कहा है कि ये आह्वान कांग्रेस पार्टी ने किया है, लेकिन लोग इसमें दलगत राजनीति से ऊपर उठकर जुड़ें।
ಕೆಪಿಸಿಸಿ ಅಧ್ಯಕ್ಷ @DKShivakumar ಅವರ ಸಂದೇಶ:
130 ಬಾಬಾ ಸಾಹೇಬ್ ಅಂಬೇಡ್ಕರ್ ಅವರ ಜನ್ಮದಿನವನ್ನು ಕಾಂಗ್ರೆಸ್ ಕಾರ್ಯಕರ್ತರು ಹಾಗೂ ನಾಡಿನ ಜನತೆ 14 ನೇ ಏಪ್ರಿಲ್ ಬೆಳಿಗ್ಗೆ 10 ಗಂಟೆಗೆ ಸಂವಿಧಾನದ ಪೀಠಿಕೆಯನ್ನು ಓದುವ ಮೂಲಕ ಅರ್ಥಪೂರ್ಣವಾಗಿ ಆಚರಿಸೋಣ.#ಸಂವಿಧಾನಓದು#ReadThePreamble pic.twitter.com/YIdlN9468F
— Karnataka Congress (@INCKarnataka) April 9, 2020
लॉकडाउन में किसानों की सहायता के लिए दिया सुझाव
बता दें कि कर्नाटक में लॉकडाउन के कारण परेशानी का सामना कर रहे किसानों की समस्या के समाधान के लिए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डी.के.शिवकुमार ने एक सुझाव दिया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी जनप्रतिनिधि किसानों के उत्पाद खरीदकर गरीबों और श्रमिकों में वितरित करें।
उन्होंने पार्टी कार्यालय में कहा कि किसानों की उपज नहीं बिकने से वे परेशान हैं। एक तरफ फसल का नुकसान हो रहा है और दूसरी तरफ लॉकडाउन तथा अन्य कारणों से बिक्री नहीं हो रही है। प्रदेश के सभी राजनीतिक दलों के सांसदों, विधायकों, विधान परिषद सदस्यों, पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को उनके क्षेत्रों में जाकर किसानों से सब्जी, फल और अन्य उत्पाद खरीदने के बाद गरीबों और श्रमिकों को बांटना चाहिए। इससे किसानों की आर्थिक सहायता होगी।
दूसरी तरफ गरीब और श्रमिकों को भी सहायता मिलेगी। उन्होंने कहा कि इस काम में सभी दलों के जनप्रतिनिधियों और कार्यकर्ताओं को एकजुट होकर सहयोग करने की जरूरत है।