कुलगाम: दो-दो नौकरियां छोड़ पुलिस में आए ‘शेर-ए-कश्मीर’ अमन ठाकुर, आज हो गए शहीद

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दो-दो नौकरियां छोड़ पुलिस में आए 'शेर-ए-कश्मीर' अमन ठाकुर, आज हो गए शहीद

 श्रीनगर। जम्मू एवं कश्मीर के कुलगाम जिले में आतंकवादियों व सुरक्षा बलों के बीच जारी मुठभेड़ में रविवार को एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी शहीद हो गया व एक आतंकवादी को मार गिराया गया। तुरीगाम गांव में मुठभेड़ के दौरान पुलिस उप अधीक्षक अमन ठाकुर शहीद हो गए व आतंकवादी को मार गिराया गया। इस लड़ाई में सेना के एक मेजर भी घायल हो गए।

एक पुलिस अधिकारी ने कहा, “मारे गए आतंकवादी का शव मुठभेड़ स्थल पर ही है और इसे अभी बरामद किया जाना है।” रिपोर्ट में कहा गया है कि पाकिस्तान स्थित जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) के दो से तीन आतंकवादी गांव में छिपे हुए थे। जेईएम ने 14 फरवरी के पुलवामा आत्मघाती हमले की जिम्मेदारी ली थी।


नागरिकों द्वारा आतंकवादियों के खिलाफ अभियान में बाधा डालने पर मुठभेड़ स्थल के निकट संघर्ष हुआ। सुरक्षाबल ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले व पेलेट का इस्तेमाल किया।

सेना के राष्ट्रीय राइफल्स, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) व राज्य पुलिस के विशेष ऑपेशंस ग्रुप (एसओजी) ने आतंकवादियों की मौजूदगी की सूचना मिलने के बाद तुरीगाम को घेर लिया व खोज अभियान शुरू किया।

एक पुलिस अधिकारी ने कहा, “जैसे ही सुरक्षा बलों ने घेरे को कड़ा किया, आतंकवादियों ने उन पर गोलीबारी की, जिससे मुठभेड़ शुरू हुई, जो अभी जारी है।”


दो-दो नौकरियां छोड़ पुलिस में आए शहीद अमन ठाकुर

आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में शहीद हुए पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) का नाम अमन ठाकुर है। 40 वर्षीयअमन ठाकुर को पुलिस बल में शामिल होने का बहुत जुनून था। इसके लिए वो दो सरकारी नौकरियां छोड़कर पुलिस में शामिल हुए थे। पहली नौकरी उन्हें समाज कल्याण विभाग में मिली थी। इसके बाद वह एक सरकारी कॉलेज में लेक्चरर के पद पर नियुक्त हुए थे।

पुलिस विभाग में उनके एक करीबी मित्र के अनुसार ठाकुर हमेशा से ही पुलिस बल में शामिल होना चाहते थे और उन्हें वर्दी पहनने का जुनून था। डोडा क्षेत्र में गोगला जिले के रहने वाले ठाकुर 2011 बैच के जम्मू कश्मीर पुलिस सेवा के अधिकारी थे। अब उनके परिवार में बुजुर्ग माता-पिता और पत्नी सरला देवी और छह साल का बेटा आर्य है।

‘शेर-ए-कश्मीर’ वीरता पदक से किए जा चुके थे सम्मानित

अपने उल्लेखनीय योगदान के लिये हाल में वह डीजीपी पदक एवं प्रशंसा पुरस्कार से सम्मानित किये गये थे। उनकी बहादुरी और आतंकवाद विरोधी अभियानों में उनके साहस के लिये उन्हें ‘शेर-ए-कश्मीर’ वीरता पदक से सम्मानित किया गया। जम्मू कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने ठाकुर की शहादत पर दुख प्रकट किया है. उन्होंने उनके परिजन के प्रति अपनी सहानुभूति और एकजुटता जतायी।


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