मध्य प्रदेश: गुना में दलित किसान परिवार की पिटाई से गर्माया सियासी माहौल, राहुल गांधी और मायावती ने शिवराज सरकार को घेरा

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मध्य प्रदेश: गुना में दलित किसान परिवार की पिटाई से गर्माया सियासी माहौल, राहुल गांधी और मायावती ने शिवराज सरकार को घेरा

भोपाल। मध्य प्रदेश के गुना जिले में एक दलित परिवार के सदस्यों की पिटाई के मामले ने राज्य की सियासत को गर्मा दिया है। कांग्रेस हमलावर हो गई और राज्य में शिवराज सरकार के वापसी पर दलित और गरीबों पर अत्याचार होने के आरोप लगा रही है, वहीं सरकार ने ग्वालियर क्षेत्र के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक, गुना के जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक को हटा दिया है।

गुना के कैंट इलाके में एक महाविद्यालय की जमीन पर कब्जा कर खेती किए जाने को लेकर प्रशासन और पुलिस ने दलित परिवार पर बर्बरतापूर्ण कार्रवाई की थी। इसी दौरान दलित दंपत्ति ने कीटनाशक पी लिया था। इस मामले का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ और इसके सहारे कांग्रेस ने भाजपा की प्रदेश सरकार को घेरा। मामले सियासी रंग लेने लगा और कांग्रेस ने जमकर हमला बोला। सरकार भी हरकत में आई और प्रशासनिक अमले पर कार्रवाई भी की और जांच के आदेश दिए।


राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह घटना उस इलाके से आती है जहां से ज्योतिरादित्य सिंधिया सांसद रहे हैं और आगामी समय में ग्वालियर-चंबल संभाग में 16 स्थानों पर विधानसभा के उपचुनाव भी होने वाले हैं। इन स्थितियों में कांग्रेस को बैठे बैठाए एक मुददा मिल गया है और कांंग्रेस इसे पूरे जोरशोर से उठाने में चूके भी नहीं।

शिवराज सरकार के खिलाफ कांग्रेस हमलावर

पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने दलित परिवार के साथ हुई ज्यादती पर सवाल उठाते हुए कहा कि ‘क्या ऐसी हिम्मत इन क्षेत्रों में तथाकथित जनसेवकों व रसूखदारों द्वारा कब्जा की गयी हजारों एकड़ शासकीय भूमि को छुड़ाने के लिये भी शिवराज सरकार दिखायेगी? ऐसी घटना बर्दाश्त नहीं की जा सकती है। इसके दोषियों पर तत्काल कड़ी कार्यवाही हो, अन्यथा कांग्रेस चुप नहीं बैठेगी।’

साथ ही उन्होंने कांग्रेस के ट्वीट को रिट्वीट भी किया है, जिसमें कहा गया है, कांग्रेस पार्टी ने हमेशा ही गरीबों और किसानों की लड़ाई में उनका साथ दिया है। शिवराज सरकार के इस अमानवीय कृत्य ने बीजेपी की तानाशाही को बेनकाब किया है।ये लड़ाई शिवराज सरकार के अंत का आरंभ है।


पूर्व कांग्रेस प्रमुख राहुल गांधी ने गुरुवार को गुना जिले में मध्य प्रदेश पुलिस द्वारा एक दलित परिवार की पिटाई को लेकर भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि हमारी लड़ाई अन्याय के खिलाफ है। पुलिस द्वारा दलित परिवार की पिटाई किए जाने के वीडियो के साथ राहुल गांधी ने एक ट्वीट करते हुए कहा, “हमारी लड़ाई इस विचारधारा और अन्याय के खिलाफ है।”

मायावती ने भी साधा निशाना

पुलिस की कार्रवाई को लेकर बसपा सुप्रीमो मायावती ने भी भाजपा सरकार पर निशाना साधा है। मायावती ने कहा है कि एक तरफ भाजपा सरकार दलितों को बसाने का ढिंढोरा पीटती है वहीं, दूसरी तरफ उनको उजाड़ने की घटनाएं उसी तरह से आम हैं।

मायावती ने गुरुवार को ट्विटर पर लिखा कि “मध्य प्रदेश के गुना पुलिस व प्रशासन द्वारा अतिक्रमण के नाम पर दलित परिवार को कर्ज लेकर तैयार की गई फसल को जेसीबी मशीन से बबार्द करके उस दम्पत्ति को आत्महत्या का प्रयास करने को मजबूर कर देना अतिक्रूर व अति-शर्मनाक है। इस घटना की देशव्यापी निन्दा स्वाभाविक। सरकार सख्त कार्रवाई करे। एक तरफ भाजपा व इनकी सरकार दलितों को बसाने का ढिंढोरा पीटती है जबकि दूसरी तरफ उनको उजाड़ने की घटनाएं उसी तरह से आम हैं। जिस प्रकार से पहले कांग्रेस पार्टी के शासन में हुआ करती थी, तो फिर दोनों सरकारों में क्या अन्तर है? खासकर दलितों को इस बारे में भी जरूर सोचना चाहिए।”

ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कही यह बात

वहीं भाजपा के राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा गुना एसपी और कलेक्टर को हटा दिया गया है, और घटना की जांच की जा रही है। मुझे विश्वास है कि इस जघन्य कृत्य के लिए जिम्मेदार सभी लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

राज्य के गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा का कहना है कि मध्यप्रदेश में कानून का राज है, जो लापरवाही करेगा, उसे नाप दिया जाएगा। गुना में हुई दुर्भाग्यपूर्ण घटना की जानकारी मिलते ही हमने त्वरित कार्रवाई की। ये राहुल गांधी की कांग्रेस की सरकार नहीं है, जहां अधिकारी प्रीपेड व्यवस्था से पोस्ट होते थे। यहां तो तत्काल कार्रवाई होती है। घटना की जानकारी आते ही आईजी, कलेक्टर व एसपी हटा दिए गए हैं।

कांग्रेस के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष और पूर्व केंदीय मंत्री अरुण यादव का कहना है कि जिस प्रदेशा में बड़े-बड़े अपराधी खुलेआम घूमते हैं, वहां पर निहत्थे दलित किसानों पर पुलिस बेरहमी से लाठीचार्ज कर रही है। इन मासूमों की चीत्कार शिवराज सरकार को ले डूबेगी।

(इनपुट एजेंसी से भी)

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