जोमैटो से खाना ऑर्डर करना पड़ा महंगा, अकाउंट से उड़ गए 80 हज़ार रुपये

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अगर आप भी ऑनलाइन खाना ऑर्डर शौखिन हैं तो जरा सावधान हो जाइए! आपको खाना मिलने की जगह चूना भी लग सकता है। जोमैटो जैसी फेमस मोबाइल एप के जरिये अगर आप खाना मंगवाते हैं तो आप साइबर लुटेरों के रडार पर हैं। साइबर लुटेरे इन एप्स पर नजरें गड़ाए हुए हैं। ताजा घटना हरियाणा के रोहतक की है, जहां एमडी यूनिवर्सिटी में एमए की पढ़ाई कर रही स्टूडेंट ऑनलाइन खाना ऑर्डर करके पछता रही है, क्योंकि साइबर ठगों ने उसके खाते से मिनटों में 80 हजार रुपये उड़ा डाले। अपने पैसे वापस पाने के लिए यह छात्रा अब कभी जोमैटो ऑफिस तो कभी पुलिस थाने के चक्कर लगाने को मजबूर है।

क्या है पूरा मामला?

खबरों के अनुसार यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाली छात्रा साक्षी ऑनलाइन ठगी का ताजा शिकार हुई है। साक्षी के मुताबिक उसने जोमैटो पर खाने के लिए ऑनलाइन ऑर्डर किया था। इसके लिए पेटीएम के जरिए ₹190 उसने जोमैटो को अदा कर दिए। करीब आधे घंटे में ही डिलीवरी ब्वॉय खाना देकर चला गया, लेकिन साक्षी ने जब खाने का पैकेट खोला तो उसे निम्न क्वालिटी का खाना मिला। उसने तुरंत डिलीवरी ब्वॉय को कॉल करके खाना वापस ले जाने को कहा तो डिलीवरी ब्वॉय ने इनकार करते हुए उसे कस्टमर केयर पर बात करने को कहा। कहा कि कस्टमर केयर का नंबर गूगल पर सर्च कर लो।


जोमैटो कस्टमर केयर टाइप करके गूगल पर जब साक्षी ने देखा तो उसे जोमैटो के लोगों के साथ सामने मोबाइल स्क्रीन पर कस्टमर केयर का एक नंबर नजर आया। साक्षी ने इस नंबर पर डायल करके खाना वापस ले जाने और अपने पैसे वापस करने की बात कही, लेकिन उसने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि उसका यह कहना ही उसे बहुत भारी पड़ने वाला है।

गौरतलब है कि खुद को जोमैटो का कस्टमर केयर अधिकारी बताते हुए फोन कॉल पर दूसरी तरफ से बोल रहे व्यक्ति ने साक्षी को बातों में उलझा कर उसके बैंक खाते की डिटेल और उस पर रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर एवं एटीएम की लास्ट 6 डिजिट पूछ ली। खुद को कस्टमर केयर अधिकारी बताने वाले व्यक्ति ने कहा कि जल्दी ही आपके पैसे वापस आपके अकाउंट में डाल दिए जाएंगे।

खुद को जोमैटो का कस्टमर केयर अधिकारी बताने वाले शख्स ने साक्षी को कहा कि वह अभी फोन कॉल को डिस्कनेक्ट ना करें। वह उसके बैंक खाते में पैसा रिफंड कर रहा है। साक्षी उसकी बातों पर यकीन करके कॉल चालू किये बैठी रह। दूसरी ओर, उसके मोबाइल पर एक-एक करके धड़ाधड़ मैसेज आने लगे. यह मैसेज उसके बैंक खाते से पैसे निकलने के थे। महज चंद मिनट के अंदर ही साक्षी के खाते से कुल 14 ट्रांजैक्शन हुई और करीब ₹80000 (अस्सी हजार) उसके खाते से कट गए और इसके बाद कॉल डिस्कनेक्ट हो गई। खुद के साथ हुई इस साइबर ठगी का अहसास होते ही साक्षी ने तुरंत ही बैंक के टोल फ्री नंबर पर फोन करके अपना एटीएम कार्ड ब्लॉक करवाया और रोहतक पुलिस को इस घटना के बारे में शिकायत दी।


अपने साथ हुई ठगी से हैरान-परेशान साक्षी रोहतक के अशोका प्लाजा में बने जोमैटो के ऑफिस पर भी गई, लेकिन काफी बहस के बावजूद कुछ हासिल नहीं हुआ। जोमैटो के ऑफिस पर मिले लोगों ने कहा कि उनका इस फ्रॉड से कोई लेना देना नहीं है। साक्षी ने गूगल पर सर्च करके जो नंबर मिलाया वह जोमैटो कस्टमर केयर का है ही नहीं। इसी बात को लेकर साक्षी और उसके परिवार वालों तथा जोमैटो ऑफिस पर मिले लोगों के बीच काफी देर तक विवाद भी हुआ। आखिर में जोमैटो वालों ने कहा कि उन्होंने अपने हेडऑफिस को इससे अवगत करवा दिया है।

आपको बता दें कि साक्षी की शिकायत लेकर रोहतक पुलिस ने मामले की जांच पड़ताल भी शुरू कर दी है, लेकिन फिलहाल तक साइबर ठगों के गिरेबान तक कानून के लंबे कहे जाने वाले हाथ नहीं पहुंच पाए हैं। हालांकि, पीजीआईएमएस पुलिस थाने के एसएसओ अनिल कुमार का कहना है कि पुलिस बारीकी से इस केस की छानबीन में जुट गई है और साइबर ठगों को पकड़ने के प्रयास किये जा रहे हैं। लेकिन, साइबर ठगी से जुड़े अधिकतर मामलों की स्टेटस रिपोर्ट को देखते हुए यकीन के साथ कह पाना जरा मुश्किल ही है कि साक्षी को उसके 80 हजार रुपये कभी वापस मिल भी पाएंगे।

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