राज्यसभा सांसद और समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता बेनी प्रसाद वर्मा का लंबी बीमारी के बाद लखनऊ में निधन हो गया। वह 79 वर्ष के थे। शुक्रवार देर शाम उन्होंने अंतिम सांस ली। बेनी प्रसाद वर्मा समाजवादी पार्टी के संस्थापक सदस्य थे और उनकी गिनती दिग्गज नेताओं में होती थी।
बाराबंकी के रहने वाले बेनी प्रसाद वर्मा उत्तर प्रदेश के कुर्मी समाज के बड़े नेता माने जाते थे। वह बहराइच के कैसरगंज लोकसभा क्षेत्र से तीन बार सांसद रह चुके थे। कुछ समय वो कांग्रेस में भी रहे और इस दौरान यूपीए 2 की मनमोहन सिंह सरकार में बेनी प्रसाद वर्मा केन्द्रीय इस्पात मंत्री थे। उन्होंने समाजवादी क्रांति दल का भी गठन किया था।
समाजवादी पार्टी ने आधिकारिक बयान जारी कर बेनी प्रसाद के निधन की जानकारी दी। पार्टी ने अपने ऑफिशल हैंडल से ट्वीट किया, ‘पार्टी के वरिष्ठ नेता, राज्यसभा सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री आदरणीय बेनी प्रसाद वर्मा जी और हम सबके प्रिय ‘बाबू जी’ जी का निधन अपूरणीय क्षति है। शोकाकुल परिजनों के प्रति संवेदना! शत-शत नमन और अश्रुपूर्ण श्रद्धांजलि।’
समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता, राज्यसभा सांसद एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री आदरणीय बेनी प्रसाद वर्मा जी एवं हम सबके प्रिय ‘बाबू जी’ जी का निधन अपूरणीय क्षति है। शोकाकुल परिजनों के प्रति संवेदना! शत-शत नमन एवं अश्रुपूर्ण श्रद्धांजलि।
— Samajwadi Party (@samajwadiparty) March 27, 2020
बेनी प्रसाद वर्मा को मुलायम सिंह यादव का करीबी माना जाता है। राष्ट्रीय मोर्चा- वाम मोर्चा की एचडी देवगौड़ा सरकार में वो 1996 में संचार राज्यमंत्री बने थे। फिर उन्हें संसदीय कार्य राज्यमंत्री का भी जिम्मा सौंपा गया। 1998, 1999 और 2004 के लोकसभा चुनाव में वो सपा के टिकट पर कैसरगंज से जीतकर संसद पहुंचे थे। 2009 के चुनाव में वो कांग्रेस के टिकट पर गोंडा सीट से जीते थे। बेनी प्रसाद वर्मा समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव थे। उत्तर प्रदेश सरकार में सपा सरकार में वो लंबे समय तक पीडब्ल्यूडी मंत्री रहे।
UP: सपा ने भगवान श्री राम को बताया सबसे बड़ा समाजवादी, योगी को दी नसीहत