लखीमपुर (उत्तर प्रदेश), 2 जनवरी (आईएएनएस)| दुधवा टाइगर रिजर्व क्षेत्र के पास स्थित गांव कांप बीते एक सप्ताह में कांप टांडा गांव में बीते एक सप्ताह के दौरान बुधवार को तीसरी बार बाघ ने 55 वर्षीय एक किसान पर हमला किया। बाघ के हमले में किसान के हाथ औप दाएं पैर जख्मी हो गए। घायल को भीरा स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है। किसान की हालत स्थिर बताई जा रही है।
कांप टांडा गांव निवासी पीड़ित का नाम परागु बिहारी है। वह अपनी खेत की ओर जा रहे थे, तभी गन्ने की खेत से निकलकर एक बाघ उनके सामने आ गया और उन पर हमला कर दिया। परागु ने मदद के लिए आवाज लगानी शुरू कर दी, जिसे सुन आसपास के लोग उन्हें बचाने के लिए दौड़े।
क्षेत्र में बीते सप्ताह में बाघ का यह तीसरा हमला है। बाघ के हमले में एक ही दिन में एक व्यक्ति की मौत हो चुकी है, जबकि तीन अन्य घायल हो चुके हैं।
इस बारे में डिवीजनल वन अधिकारी अनिल पटेल ने कहा, “वन क्षेत्र में भोजन की कमी बाघों को मानव आबादी की ओर ले जाती है। हमारे पिछले रिकॉर्ड में भी यह खुलासा हुआ है कि सर्दियों के मौसम में बाघों के हमले बढ़ जाते हैं। बाघों को महीनों तक गन्ने के खेतों में छिपने और जंगली सूअर और नीले-बैल (नीलगाय) का शिकार करने के लिए जाना जाता है। हमने आस पास के सभी गांव वालों को पहले से वन क्षेत्र में प्रवेश करने से परहेज करने और खासकर गन्ने के खेतों के पास झुंड में घूमने को लेकर सर्तक कर दिया था।”