Jharkhand Vidhansabha Chunav 2019: झारखंड विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हो गया है। प्रदेश में आचार संहिता लागू होने के बाद सियासी दल अपनी तैयारियों को अंतिम रूप देने में लगे हैं। सत्तारूढ़ बीजेपी से लेकर सभी पार्टियां उम्मीदवारों को लेकर माथापच्ची कर रही हैं। लेकिन कांग्रेस में सबकुछ अच्छा नहीं चल रहा। इसकी एक मिसाल तब देखने को मिली जब उम्मीदवारों के नाम तय करने को लेकर विधानसभा कमेटी की बैठक में पहुंचते ही पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस नेता सुबोधकांत सहाय ने कड़े तेवर दिखा दिए।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, विधानसभा कमेटी की बैठक में आते ही सुबोधकांत सहाय बोले, “लंगड़ा-लूल्हा कमेटी में मैं क्या करूंगा?” इस पर प्रदेश अध्यक्ष रामेश्वर उरांव समेत अन्य नेता बिफर गए। हालाँकि लोगों ने फिर उन्हें शांत कराया।
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उम्मीदवारों की सूची में सुबोधकांत सहाय ने महगामा से फुरकान अंसारी को टिकट दिए जाने की बात कही, तो फुरकान अंसारी ने भी हटिया से सुबोधकांत सहाय का नाम सुझा दिया। रिपोर्ट के मुताबिक, टिकट के दावेदारों की सूची में कांग्रेस को गोमिया से सिर्फ एक ही आवेदन प्राप्त हुआ है। दूसरी ओर, रांची से 12, हटिया से सात, बोकारो से 12, हटिया से 16, कांके से 18 और धनबाद से 20 टिकटार्थियों के नाम प्रस्तावित किए गए हैं। इनमें से 3-4 नाम केंद्रीय चुनाव समिति को भेजे गए हैं। गुमला और लोहरदगा से रामेश्वर उरांव का नाम भेजा गया है।
गीताश्री उरांव हुईं भावुक
वहीं चुनाव समिति की बैठक शुरू होने से पहले प्रदेश अध्यक्ष डॉ. रामेश्वर उरांव से मिलकर गीताश्री उरांव ने सिसई सीट से खुद को उम्मीदवार बनाए जाने की बात कही। उन्हें प्रदेश अध्यक्ष ने बताया कि गठबंधन के समीकरण के आधार पर ही आगे कुछ कहा जा सकता है। इससे गीताश्री उरांव भावुक हो गईं। लेकिन मीडिया कर्मियों को देखकर उन्होंने अपने आप को संभाला। कांग्रेस सूत्रों की मानें तो गीताश्री ने सिसई के साथ-साथ मांडर से भी अपनी उम्मीदवारी जताई है।