नई दिल्ली: कोरोना वायरस (Corona virus) का प्रकोप दुनियाभर में सामने आने के बाद तेजी से वर्क फ्रॉम होम (Work from home) का चलन बढ़ा है। दुनियाभर की ज्यादातर कंपनियां अपने कर्मचारियों से पिछले लगभग एक साल से वर्क फ्रॉम होम करवा रही हैं। कंपनियों का कहना है कि इससे कर्मचारियों में कोरोना संक्रमण से बचाव होगा।
हालांकि वर्क फ्रॉम होम (Work from home) से कंपनियों का भी कई तरह का फायदा है। कंपनियों को अपने कर्मचारियों के लिए इंटरनेट से लेकर ऑफिस का मेंटेनेंस भी नहीं करना पड़ रहा है। दूसरी तरफ वर्क फ्रॉम होम की वजह से कर्मचारियों को कई घंटों तक एक ही जगह पर बैठकर काम करना पड़ता है। यह उनके स्वास्थ्य के लिए काफी घातक है।
वर्क फ्रॉम होम (Work from home) के दौरान कर्मचारी अपने घर-परिवार के साथ समय तो बिता पा रहे हैं, लेकिन उनमें बहुत सी बीमारियाँ भी पनप रही हैं। ये बीमारियाँ उनके स्वास्थ्य के लिए बहुत तेजी से खतरा बन रही हैं। अगर आप भी वर्क फ्रॉम होम कर रहे हैं तो आपको तुरंत ही सावधान होने की जरूरत है।
दरअसल, जब आप वर्क फ्रॉम होम (Work from home) करते हैं तो इस दौरान बिना मुड़े आपको एक जगह पर कई घंटे तक बैठने के लिए मजबूर होना पड़ता है। एक शोध में चेतावनी दी गई है कि काफी देर तक एक जगह पर बैठे रहने वाले लोगों मे अन्य लोगों की तुलना में मौत का शुरुआती जोखिम काफी ज्यादा होता है।
शोध में सामने आया कि ज्यादा समय तक, यानी कि दिन में 8 से 13 घंटे तक बैठे रहने वाले लोगों में मौत का खतरा 60 से 90 मिनट तक बैठे रहने वाले लोगों की तुलना में दोगुना होता है। दूसरी तरफ जो लोग 30 मिनट से कम समय तक बैठे रहते हैं, उनमें मौत का जोखिम सबसे कम होता है।