महागठबंधन में सीटों का बंटवारा तो हो गया है मगर कुछ सीटों को छोड़कर अभी भी बहुत सारे उम्मीदवारों की घोषणा बाकि है। ऐसे में अटकलों का बाजार गर्म है और तमाम तरह की संभावनाओं पर विचार चल रहा है। गठबंधन के नेता लगातार इस कोशिश में हैं के जल्द से जल्द उम्मीदवारों का चयन फाइनल कर इसकी घोषणा की जाए।
दरभंगा से कीर्ति आजाद की उम्मीदवारी लगभग तय
सूत्रों से मिल रहे संकेतों के अनुसार दरभंगा सीट से कांग्रेस के कीर्ति आजाद की दावेदारी मजबूत लग रही है और इनकी उम्मीदवारी लगभग तय है। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा ने भी कहा कि पार्टी की ये चाहत है कि दरभंगा सीट से वो अपना प्रत्याशी मैदान में उतारे। कांग्रेस प्रवक्ता ऋषि मिश्रा ने भी मोर्चा खोलते हुए कहा कि मिथिला में एक ब्राह्मण सीट होना जरूरी है। ब्राह्मण अगर दरभंगा से नहीं लड़ेगा तो क्या औरंगबाद से लड़ेगा? उन्होंने कहा कि दरभंगा कांग्रेस की परंपरागत सीट रही है और कीर्ति आजाद जिताऊ उम्मीदवार हैं, इसलिए राजद को बैठकर बात कर लेनी चाहिए। कीर्ति आजाद दरभंगा सीट से सांसद भी हैं।
गौरतलब है कि सोमवार (25 मार्च) को जहां राजद ने इस सीट से पार्टी के सीनियर नेता अब्दुल बारी सिद्धिकी को एक तरह से उम्मीदवार घोषित कर दिया तो वहीं इसके अगले ही दिन कांग्रेस ने दरभंगा सीट को लेकर दबाब बढ़ा दिया था।
मधुबनी सीट राजद के खाते में
वहीं बिहार की एक और सीट मधुबनी की बात करें तो इस सीट पर राजद की दावेदारी मजबूत लग रही है। यहां से अली अशरफ फातमी महागठबंधन से राजद के उम्मीदवार होंगे।
गौरतलब है कि पहले मधुबनी सीट से कांग्रेस शकील अहमद को तो राजद अब्दुल बारी सिद्दीकी को लड़ाना चाहती थी।
बिहार: गिरिराज हैं नाराज, कहा- मुझसे पूछे बगैर बदल दी गई मेरी सीट, कन्हैया ने ली चुटकी