कांग्रेस नेता राहुल गांधी अपनी पार्टी के प्रतिनिधिमंडल के साथ उत्तर-पूर्वी दिल्ली के दंगा प्रभावित इलाकों का दौरा कर रहे हैं। इस दौरान राहुल गांधी ने बृजपुरी में अरुण पब्लिक स्कूल में तबाही का मंजर देखा, जिसे दंगाइयों ने फूंक दिया था। इसके बाद मीडिया से मुखातिब होते हुए राहुल ने कहा कि दंगों ने हिंदुस्तान की ताकत- भाईचारा, एकता और प्यार को जलाया है। कांग्रेस नेता ने कहा कि जब राजधानी में हिंसा होती है तो दुनिया में देश की छवि खराब होती है। उन्होंहा कि “ये एक स्कूल है। ये हिंदुस्तान का भविष्य है। यहां पर नफरत और हिंसा ने इसे खत्म किया है, जलाया है। इससे किसी का फायदा नहीं हुआ है। हिंसा और नफरत तरक्की के दुश्मन हैं।”
राहुल गांधी ने कहा कि “ये जो हो रहा है, हिंदुस्तान को जो बांटा जा रहा है, जलाया जा रहा है, इससे हिंदुस्तान का, भारत माता का कोई फायदा नहीं है। दुख का समय है। सबको मिलकर प्यार से काम करना पड़ेगा। हिंदुस्तान को जोड़कर ही आगे ले जाया जा सकता है।” उन्होंने कहा कि “जब राजधानी में हिंसा होती है, तो हिंदुस्तान का दुनिया में जो सम्मान है, उसपर चोट पहुंचती है। भाईचारे, एकता और प्यार को यहां यहां जलाया गया है।”
Sad to see what hatred does.
Love is strength.
Hate is weakness.India cannot act with hatred. It’s not our way. #DelhiRiots pic.twitter.com/rMx3RSLv7u
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) March 4, 2020
बता दें कि राहुल गांधी के साथ इस प्रतिनिधिमंडल में कांग्रेस के कई नेता और सांसद शामिल हैं। इसमें अधीर रंजन चौधरी, गौरव गोगोई, रणदीप सिंह सुरजेवाला, कुमारी शैलजा और मुकुल वासनिक शामिल हैं। बता दें कि दिल्ली दंगों को लेकर कांग्रेस काफी आक्रामक है। लोकसभा और राज्य सभा की कार्यवाही भी इस मुद्दे की वजह से बाधित हुई है।
इसके साथ ही कांग्रेस पार्टी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का त्यागपत्र मांग रही है और इस मुद्दे पर संसद में तुरंत बहस की मांग भी कर रही है।इससे पहले, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पिछले हफ्ते 5 5 कांग्रेस नेताओं की एक टीम बनाई थी, जिसे दंगा प्रभावित इलाकों का दौरा करने और स्थिति को लेकर एक रिपोर्ट पेश करने को कहा था। उत्तर पूर्वी दिल्ली के मौजपुर, जाफराबाद, गोगुलपुरी सहित कई क्षेत्रों में में 24 और 25 फरवरी के दिन दंगे हुए थे जिसकी वजह से 47 लोगों की मौत हो गई है।