Delhi Vegetable Price Today: देश की राजधानी दिल्ली में एक बार फिर से प्याज के दामों (Onion Prices) में उछाल देखने को मिलेगा। इसका मतलब है एक बार फिर से प्याज आम आदमी की थाली में से गायब हो सकता है। बता दें गाज़ीपुर मंडी (Ghazipur Mandi) में प्याज के थोक दाम बढ़ने से प्याज महंगी हो गई है।
एक प्याज व्यापारी ने बताया, “अब यहां प्याज 30-40 रुपए किलो हो गया है तो यह बाज़ार में 50-60 रुपए किलो बिकेगा। महाराष्ट्र से प्याज कम आ रहे हैं इसलिए महंगा हुआ है।
देश की राजधानी दिल्ली में एक बार फिर से प्याज के दामों (Onion Prices) में उछाल देखने को मिलेगा। इसका मतलब है एक बार फिर से प्याज आम आदमी की थाली में से गायब हो सकता है। बता दें गाज़ीपुर मंडी (Ghazipur Mandi) में प्याज के थोक दाम बढ़ने से प्याज महंगी हो गई है।
वहीं आलू के दाम भी भी बढ़ोतरी की ओर हैं, हालांकि थोक भाव में आलू की कीमत (Potato price) में गिरावट दर्ज की गई है। दरअसल, जो आलू आजादपुर मंडी में महज 6 से 7 रुपए प्रतिकिलो बिक रहा है, वो खुदरा बाजार में आते-आते 20 रुपए प्रतिकिलो पहुंच जा रहा है।
घरों से लेकर होटलों तक दिखता है प्याज की महंगाई का असर
दिल्ली में किसान लगातार महंगी हो सब्जियों के कारण आम आदमी की जेब पर बोझ बढ़ता जा रहा है। प्याज की महंगाई का असर न सिर्फ घरों में नजर आने लगा है, बल्कि दिल्ली के होटल, ढाबों, और रेहड़ी-पटरी पर बिकने वाला भोजन से लगभग प्याज दूर हो गई है।
क्यों महंगा हो रहा है प्याज
सब्जियों के दाम में लगातार हो रही बढोतरी को लेकर थोक कारोबारियों का कहना है कि प्याज की नई खेप आने के बाद दामों में कुछ कमी देखी जा सकती है। प्याज की महंगाई का एक कारण कोरोना महामारी तो दूसरा कारण किसान आंदोलन है, जिसके कारण निश्चित समय पर प्याज की सप्लाई नहीं हो सकी। हालांकि कुछ समय पूर्व ये कहा जा रहा था कि महाराष्ट्र, गुजरात और बंगाल से भारी तादात में प्याज की खेप दिल्ली आना शुरू हो गई है। वहीं अब विक्रेताओं का कहना है कि महाराष्ट्र से प्याज कम आ रहे हैं जिसके कारण इसके दामों में इजाफा हुआ है।
पिछले साल दिसंबर-जनवरी के दौरान हुई बेमौसम बरसात की वजह से महाराष्ट्र में किसानों की प्याज की फसल बर्बाद हो गई। प्याज नहीं होने से सप्लाई भी घटी जिसका असर अब कीमतों पर दिख रहा है। प्याज की कीमतें बीते कुछ हफ्तों में दोगुनी से भी ज्यादा बढ़ी हैं। गुरुवार को नवी मुंबई के APMC मार्केट में प्याज की केवल 80-90 गाड़ियां ही आईं, जबकि आम दिनों में 150 गाड़ियां आती थीं, यानी सप्लाई में 40 परसेंट तक की गिरावट आई है।
अगले सप्ताह कम हो सकती है कीमत
सब्जियों में हुई इस महंगाई का एक बड़ा कारण दो फसलों के बीच का अंतर भी है। यही कारण है जिसके चलते बीते सप्ताह थोक भाव में प्याज की कीमत 45 रुपए प्रतिकिलो तक पहुंच गई थी। राहत की बात ये ही कि बीते शनिवार को प्याज की कीमत थोक भाव में 20 से 33 रुपए प्रतिकिलो पहुंच गई। सब्जी कारोबारियों के मुताबिक, आने वाले एक सप्ताह में प्याज के भाव में कमी देखी जा सकती है।