पाकिस्तान : परंपरा के खिलाफ जाने पर लड़कियों को मिली मौत की सज़ा

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पाकिस्तान : परंपरा के खिलाफ जाने पर लड़कियों को मिली मौत की सज़ा

महिला दिवस पर हर जगह महिला अधिकारों की चर्चा होती है। दुनिया के विभिन्न देशों में महिलाओं की स्थिति की विवेचना होती है। देश और दुनिया में महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराध और अत्याचार को रेखांकित किया जाता है। आज हम बताने जा रहे हैं पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान की एक घटना, जिसमें एक डांस वीडियो की वजह से 8 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी।  घटना 2012  की है। पाकिस्तान की स्थानीय जनजातीय परिषद (खाप पंचायत) ने 5 आदिवासी लड़कियों को परंपरा के खिलाफ जाने के लिये मौत की सज़ा सुना दी थी।

क्या था पूरा मामला

इन लड़कियों का शादी के जश्न में गाते और तालियां बजाते हुए एक वीडियो वायरल हुआ था। स्थानीय जनजातीय परिषद ने इसे अपनी परंपरा के खिलाफ माना और लड़कियों की हत्या का आदेश दे दिया। ऑनर किलिंग का पर्दाफाश करने वाले इसी जनजाति के युवक अफ़जल कोहिस्तानी के भाई भी इस वायरल वीडियो में नज़र आए थे।


पाकिस्तानी अखबार डॉन के मुताबिक, बुधवार को एबटाबाद अफजल कोहिस्तानी की गोली मार दी गई। अफजल को कई गोलियां मारी गईं। पुलिस के पहुंचने से पहले हत्यारे घटनास्थल से भाग चुके थे। एबटाबाद में ही आतंकवादी ओसामा बिन लादेन को अमेरिका ने मारा था।

स्थानीय मीडिया के अनुसार अफजल कोहिस्तानी ने लड़ी थी न्याय की लड़ाई

वीडियो पाकिस्तान के बेहद रूढ़िवादी इलाके कोहिस्तान के एक का गांव का था। वीडियो वायरल होने के बाद अफजल कोहिस्तानी पाकिस्तान में लोकप्रिय हुए थे। वीडियो वायरल होने के बाद गांव की जिरगा स्थानीय परिषद् की सभा बुलाई गई और वीडियो में दिखाई दी महिलाओं और पुरुषों को मार डालने का फ़रमान सुनाया गया।

कोहिस्तान वीडियो स्कैंडल पर बनी थी डॉक्युमेंट्री

अमेरिका के वाइस न्यूज ने कोहिस्तान वीडियो स्कैंडल पर एक डॉक्युमेंट्री बनाई थी। वाइस न्यूज के मुताबिक, वीडियो में दिखाई दी महिला को कैद कर करीब एक महीने तक प्रताड़ित किया गया था। बाद में 30 मई 2012 को लड़कियों की हत्या कर दी गई थी। अफजल कोहिस्तानी ने ग्रामीण परिषद् पर लड़कियों की हत्या के आदेश को लेकर सार्वजनिक तौर पर आरोप लगाए थे। अफजल कोहिस्तनी के अनुसार लड़कियों के घरवाले भी उन्हें मारने के पक्षधर थे।


वाइस को दिए इंटरव्यू में अफजल ने कहा था, अगर आप वीडियो को देखेंगे तो उन महिलाओं के सिर ढके हुए थे। वे केवल तालियां बजा रही थीं और लड़के डांस कर रहे थे। अगर किसी लड़की के ऊपर बदनामी लाने का इल्जाम लगता है तो वे लड़की को मार डालते हैं। जून 2012 में पाकिस्तान के तत्कालीन चीफ जस्टिस इफ्तिकार चौधरी ने इस मामले में एक दल गठित करने का आदेश भी दिया था।

अफजल के तीनों भाइयों की हत्या की कहानी

पाकिस्तानी अखबार डॉन के मुताबिक, जनवरी 2013 में अफजल के तीनों भाइयों की भी हत्या भी उसी जनजाति ने की जो पांच लड़कियों की ऑनर किलिंग के दोषी थे।

फैक्ट फाइंडिंग कमिटी की रिपोर्ट

2012 में बनाई गई फैक्ट फाइंडिंग कमिटी के निष्कर्ष में वायरल वीडियो में दिखीं लड़कियों के जिंदा होने की खबर आई थी लेकिन कमिटी की एक सदस्य और ऐक्टिविस्ट फरजाना बारी इससे संतुष्ट नहीं थीं। वाइस डॉक्युमेंट्री के मुताबिक, वह बिल्कुल आश्वस्त थीं कि कमिटी के सामने पेश हुईं लड़कियां वीडियो में दिखने वाली लड़कियां नहीं थीं। बारी ने वाइस से कहा था, इस घटना को राजनीतिक तौर पर तोड़-मरोड़कर पेश किया गया था, किसी ना किसी रूप में वे हत्यारों को बचा रहे हैं।


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