मॉब लिंचिंग: झारखंड के गुमला में प्रतिबंधित पशु काटने के आरोप में एक व्‍यक्ति की हत्‍या, तीन घायल

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झारखंड: भाई की मौत पर छोटे भाई ने नहीं दिया पानी, तो ग्रामीणों ने पीट-पीटकर मार डाला

झारखंड के गुमला जिले से एक मॉब लिंचिंग की घटना सामने आई है। घटना गुमला के डुमरी प्रखंड के जुरमू गांव में बुधवार की रात घटी। यहां प्रतिबंधित पशु काटने के आरोप में उग्र भीड़ ने चार लोगों को बेरहमी से पीटा। इस घटना में एक की मौत हो गई, जबकि तीन लोग गंभीर रूप से घायल बताये जा रहे हैं। मृत व्यक्ति का नाम प्रकाश लकड़ा (55) है, जिसे लाठियों से पीटा गया। गुरुवार की सुबह इलाज के दौरान प्रकाश की मौत हो गई। इसके अलावा पीटर केरकेट्टा (40), जनेरियुस मिंज (42) और वेलासियुस तिर्की (60) भी हमले में घायल हुए थे।

प्राप्त जानकारी के अनुसार, घायलों को प्राथमिक उपचार के बाद सदर अस्पताल गुमला भेज दिया गया। तीनों की स्थिति सामान्य है। मॉब लिंचिंग में मारा गया प्रकाश और अन्य घायल जुरमू गांव के निवासी हैं। जबकि हमलावर पड़ोसी गांव जैरागी के हैं। जुरमू और जैरागी गांव एक पहाड़ी नदी पर स्थित पुल के आर-पार है। प्रकाश की मौत की खबर मिलते ही जुरमू के ग्रामीणों में आक्रोश है और वे गांव में ही धरने पर बैठ गए।


मॉब लिंचिंग में शख्स की मौत व जुरमू के ग्रामीणों के धरने पर बैठने की जानकारी मिलते ही एसपी अंजनी कुमार झा जैरागी गांव पहुंचे। वहां उन्होंने मामले की जांच की और जैरागी गांव के लोगों का पक्ष जाना। दूसरी ओर एसडीपीओ चैनपुर कुलदीप कुमार समेत चैनपुर, डुमरी व जारी थानों के प्रभारी भारी पुलिस बल के साथ जुरमू गांव पहुंचे। उन लोगों ने धरने पर बैठे लोगों को समझाने का प्रयास किया। ग्रामीणों के कार्रवाई की मांग पर अड़े रहने पर अधिकारियों ने मामले की जांच कर दोषियों की पहचान कराने व उन्हें गिरफ्तार करने का आश्वासन दिया है।

जुरमू के ग्रामीणों ने बताया कि जैरागी गांव के पंच जखारियुस कुजूर का मवेशी नदी के दोमुहान श्मशान घाट पर पानी पी रहा था। इसी दौरान गर्मी अधिक होने के कारण अचानक वह मर गया। इस पर वे लोग उसे घाट पर ले गए। वहां से उसका मांस गांव ले जाने की तैयारी कर रहे थे। इसी बीच छत्तीसगढ़ सीमा पर स्थित करौंदा बाजार से लौट रहे कुछ लोगों ने जैरागी के ग्रामीणों को इसकी सूचना दे दी।

इसके बाद जैरागी से 8-10 हथियारबंद लोग मौके पर पहुंच गए। उन लोगों यह बोलते हुए कि तुम लोग गंदा काम कर रहे हो, यह बर्दाश्त के काबिल नहीं है, जुरमू के ग्रामीणों पर हमला कर दिया। इस पर जुरमू के ग्रामीण अपने-अपने घरों की ओर भागे, लेकिन प्रकाश, पीटर, जनेरियुस और वेलासियुस हमलावरों से घिर गए।


वहीं जैरागी गाँव के लोगों का कहना है कि उनके गांव का एक प्रतिबंधित पशु खो गया था। खोजने पर वह नदी पर स्थित छठ घाट के पास मिला। जिसे लाने के लिए पशु के मालिक बेटे समेत वहां गए लेकिन जुरमू के ग्रामीणों ने जबरन पशु को छीन लिया। जब गांव में यह सूचना आई तो वे लोग पशुपालक को बचाने के लिए वहां गए। इसी दौरान दोनों पक्षों में हुए टकराव में एक व्यक्ति की मौत हो गई। अब जुरमू के ग्रामीण उसकी हत्या करने का आरोप लगा रहे हैं।

डीआइजी भी पहुंचे

इलाके में व्याप्त तनाव को देखते हुए डीआइजी एवी होमकर भी गुरुवार को घटनास्थल पर पहुंचे। डीआइजी ने एसपी के साथ जैरागी और जुरमू गांवों का दौरा किया और घायलों के इलाज की व्यवस्था कराई। साथ ही, उन्होंने दोषियों पर कार्रवाई करने का आदेश दिया। डीआइजी ने बताया कि गुमला के एसपी ने सच्चाई सामने लाने के लिए अपने नेतृत्व में एसआइटी गठित की है।

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