दिवगंत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत (Sushant Singh Rajpoot) की मौत के बाद से ही कंगना रनौत (Kangana Ranaut) एक एक बाद एक सब पर निशाना साध रही हैं। क्या एक्टर क्या डायरेक्टर और क्या नेता। कुछ दिनों पहले कंगना ने शिवसेना (Shivsena) के नेता संजय राउत से जुबानी जंग छेड़ दिया था। कल बीएमसी (BMC) ने कंगना के दफ्तर का एक हिस्सा तोड़ दिया था। अब शिवसेना ने बीएमसी के इस हरकत पर अपनी प्रतिक्रिया दी है।
दरअसल शिवसेना ने ‘सामना’ मुखपत्र के मराठी संस्करण के पहले पन्ने पर बीएमसी द्वारा की गई कार्रवाई के बारे में एक खबर लिखी है जिसकी हेडलाइन है ‘उखाड़ दिया’। इस खबर में कंगना के ऑफिस पर चले बुल्डोजर के बारे में खबर दी गई है। कंगना ने कुछ दिनों पहले मुंबई की तुलना पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (POK) से की थी। इस खबर में कंगना इस बयान के बारे में भी लिखा गया है। खबर में के दफ्तर पर कोर्ट की रोक के बारे में भी जानकारी दी गई है। इन सब के अलावा पूरे मामले में एनसीपी के चीफ शरद पवार द्वारा की गई टिप्पणी का भी जिक्र है।
कंगना ने बीते दिनों एक बयान दिया था और इस बयाने में उन्होंने कहा था कि ‘उखाड़ो मेरा क्या उखाड़ोगे?’ कंगना ने कहा था, ‘किसी के बाप का नहीं है महाराष्ट्र, महाराष्ट्र उसी का है जिसने मराठी गौरव को प्रतिष्ठित किया है। और मैं डंके की चोट पे कहती हूं हां मैं मराठा हूं ,उखाड़ो मेरा क्या उखाड़ोगे?’
‘सामना’ की हेडलाइन ‘उखाड़ दिया’ को कंगना के इसी बयान का जवाब कहा जा सकता है। शिवसेना के नेता संजय राउत (Sanjay Raut) ने कंगना के दफ्तर पर बुल्डोजर चलने के बाद कहा था कि उनका इस कार्रवाई से कोई लेनादेना नहीं है। उन्होंने ये भी कहा था कि कंगना रनौत को कभी धमकी दी ही नहीं। उन्होंने सिर्फ मुंबई की तुलना पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर से करने पर आपत्ति जताई थी।
संजय राउत ने कहा कि ‘कंगना, मुंबई में रह सकती हैं। मेरा बीएमसी की कार्रवाई में कोई लेनादेना नहीं है। मैंने कभी कंगना रनौत को धमकी नहीं दी। मैंने सिर्फ अपना गुस्सा जाहिर किया, वह भी उनके द्वारा दिए गए बयान पर। बीएमसी ने जो किया उसके लिए मैं जिम्मेदार नहीं हूं। मेरे लिए विवाद खत्म हो चुका है।