लोकसभा चुनाव 2019: बीजेपी ने काटा गिरिराज का पत्ता, लोजपा के खाते में आई नवादा सीट

  • Follow Newsd Hindi On  
लोकसभा चुनाव 2019: बीजेपी ने काटा गिरिराज का पत्ता, लोजपा के खाते में आई नवादा सीट

17वें लोकसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा होते ही विभिन्न दलों के नेताओं के बीच टिकट को लेकर बेचैनी बढ़ गयी है। इस बीच बिहार से एक बड़ी खबर आई है। केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह का बिहार के नवादा से टिकट कटना तय हो गया है। गिरिराज सिंह के टिकट कटने के पीछे बड़ी वजह नवादा सीट का लोकजनशक्ति पार्टी के खाते में जाना है। रामविलास पासवान की लोजपा बिहार में एनडीए गठबंधन का हिस्सा है।

लोजपा के प्रदेश अध्यक्ष पशुपति पारस ने नवादा सीट अपने हिस्से में आने की जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि एलजेपी के पास 6 में से 5 पुरानी सीटें रहेंगी, सिर्फ मुंगेर की जगह नवादा सीट से लोकजनशक्ति पार्टी चुनाव लड़ेगी।


हालांकि नवादा से पत्ता कटने के बाद गिरिराज सिंह को राज्य में कहीं और से टिकट मिलेगी या नहीं, इसके बारे में अभी कोई जानकारी सामने नहीं आ पाई है। सूत्रों की मानें तो गिरिराज सिंह को बेगूसराय सीट से टिकट की पेशकश हुई है। लेकिन, गिरिराज नवादा के अलावा किसी और सीट से चुनाव लड़ने को राजी नहीं हैं। इस वजह से उनकी बीजेपी से नाराजगी की खबरें भी सामने आई थी। बेगूसराय से जेएनयू के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार वामपंथी पार्टी के टिकट पर महागठबंधन के संयुक्त उम्मीदवार हो सकते हैं।

बता दें कि गिरिराज सिंह हमेशा अपने विवादित बयानों की वजह से चर्चा में बने रहते हैं। 2014 के लोकसभा चुनाव से पहले भी गिरिराज सिंह ने मोदी को टिकट नहीं देने वालों को पाकिस्तान भेजने का विवादित बयान दिया था, जिस पर विरोधी पार्टियों ने खासा हंगामा भी किया था। बीते 3 मार्च को पटना में आयोजित पीएम मोदी की संकल्प रैली में नहीं आने वाले लोगों को भी देशद्रोही बताया था।

नवादा सीट से लड़ेंगी वीणा देवी

गिरिराज सिंह की टिकट कटने के बाद अब इस सीट पर मुंगेर से लोजपा की सांसद वीणा देवी चुनाव लड़ेंगी। सांसद वीणा देवी मोकामा के बाहुबली नेता सूरजभान सिंह की पत्नी होती हैं। सूरजभान खुद भी 2009 में आरजेडी-एलजेपी गठबंधन में नवादा से चुनाव लड़ चुके हैं। वे बीजेपी के भोला सिंह के मुकाबले चुनाव हार गए थे।


नीतीश की घर वापसी से बदला सीटों का समीकरण

गौरतलब है ये 2019 के लोकसभा चुनाव के लिए एनडीए के कुनबे में बड़ा बदलाव हुआ है। 2014 का लोकसभा चुनाव एनडीए से अलग लड़ने वाले नीतीश कुमार की ‘घर वापसी’ के बाद बीजेपी ने अपनी सीटों में बड़ी कटौती की है। 2014 में 30 सीटों पर चुनाव लड़कर 22 सीटें जीतने वाली बीजेपी 17 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। जेडीयू के हिस्से में भी 17 सीटें आई हैं, जबकि 6 सीटें पासवान की पार्टी को दी गई है। वहीं, 2014 में एनडीए के सहयोग रहे उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी आरएलएसपी अब महागठबंधन का हिस्सा बन चुकी है।

आपको बता दें कि 2014 लोकसभा चुनाव में बिहार की 40 सीटों में से एनडीए को 31 सीटों पर जीत मिली थी। यूपीए के हिस्से में 7 सीटें आई थीं और 2 सीटों पर जेडीयू चुनाव जीतने में कामयाब रही थी।


‘जो मोदी की रैली में न आएगा, वो देशद्रोही’ बोलकर गिरिराज सिंह खुद नहीं पहुँचे

बिहार: सीट बंटवारे को लेकर बीजेपी से नाराज केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह!

(आप हमें फ़ेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम पर फ़ॉलो और यूट्यूब पर सब्सक्राइब भी कर सकते हैं.)