राजस्थान (Rajasthan) में चूरू जिले के एक निजी अस्पताल के स्टाफ द्वारा मुस्लिम मरीजों को नहीं देखने के बारे में आपसी बातचीत से जुड़ा एक स्क्रीनशॉट व्हाट्स एप पर तेजी से वायरल हो रहा है। इस चैट के वायरल होने के बाद पुलिस ने अस्पताल के तीन लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है।
पुलिस ने बताया कि विभाग एफआईआर (FIR) दर्ज करने के बाद इस मामले की जांच में जुटा है। जिले के सरदारशहर शहर के श्रीचंद बरदिया रोग केंद्र में काम करने वाली दो महिलाओं के बीच व्हाट्स एप मैसेज के स्क्रीनशॉट वायरल होने के बाद पुलिस ने मामले में संज्ञान लेते हुए शुक्रवार को केस दर्ज किया।
अस्पताल के कर्मचारियों के बीच व्हाट्स एप (Whatsapp) पर वायरल होने वाले एक संदेश में कहा गया कि मैं शपथ लेता हूं कि कल से हम मुस्लिम रोगियों का एक्स-रे (X-Ray) नहीं करेंगे। एक अन्य संदेश में लिखा है कि हमें मुस्लिम मरीजों का इलाज करना बंद कर देना चाहिए।
इस मामले में भारतीय दंड संहिता (IPC)की धारा 153A (किसी भी धर्म पर हमला) और सार्वजनिक उपद्रव के लिए जिम्मेदार बयानों के तहत आरोपियों के खिलाफ एक एफआईआर दर्ज की गई है। सरदारशहर पुलिस स्टेशन के एसएचओ महेंद्र दत्त शर्मा ने कहा अभी तीन लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।
जिसमें एक डॉक्टर, एक लैब टेक्नीशियन और एक कंपाउंडर का नाम शामिल है। चूरू के सरदारशहर में डॉ सुनील चौधरी के श्रीचंद बरडिया रोग निदान केन्द्र के कर्मचारियों ने यह कथित संदेश लिखा था । यह मामला संज्ञान में आने के बाद चौधरी ने फेसबुक पर माफी मांगी।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि उनके अस्पताल के कर्मचारियों का उद्देश्य किसी भी प्रकार से किसी धार्मिक समुदाय के लोगो की भावना को ठेस पहुंचाना नहीं था। वहीं सोशल मीडिया पर कई लोगों ने इसको लेकर लिखा है कि डॉक्टर भी अगर मरीज की जाति और धर्म देखकर इलाज करेंगे तो फिर उनको पहले खुद के इलाज की जरूरत है।