बंगाल में 16 डॉक्टरों का इस्तीफा, हड़ताल के समर्थन में आए देशभर के डॉक्टर, ममता की अपील नाकाम

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पश्चिम बंगाल में जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल शुक्रवार को चौथे दिन भी जारी है। पूरे देशभर के कई अस्पतालों के डॉक्टरों ने विरोध प्रदर्शन और हड़ताल कर समर्थन जताया है। वहीं, हड़ताल की वजह से देशभर के कई अस्पतालों में मरीज परेशान हैं। दिल्ली में सफदरजंग अस्पताल के रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन ने इस मामले में विरोध प्रदर्शन किया है।अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) के डॉक्टर पश्चिम बंगाल में डॉक्टरों के खिलाफ हिंसा पर हड़ताल करने की तैयारी कर रहे हैं।

इससे पहले हड़ताल कर रहे जूनियर डॉक्टरों ने गुरुवार को दोपहर 2 बजे तक काम पर लौटने के मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के निर्देश को नहीं माना था और कहा कि सरकारी अस्पतालों में सुरक्षा संबंधी मांग पूरी होने तक हड़ताल जारी रहेगी।


11 जून से जारी है हड़ताल

गौरतलब है कि मंगलवार को पहले जूनियर डॉक्टर हड़ताल पर गए थे, बाद में सीनियर डॉक्टर्स भी हड़ताल में शामिल हो गए थे। डॉक्टरों की हड़ताल की वजह से अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवाएं पूरी तरह ठप हैं। यहां तक कि इमरजेंसी सेवा भी बाधित हैं। कोलकाता के एनआरएस अस्पताल में साथी डॉक्टरों की पिटाई के बाद से डॉक्टर हड़ताल पर चले गए हैं। बता दें कि एक मरीज की मौत के बाद उसके परिजनों से डॉक्टर की पिटाई कर दी थी।

देशभर के डॉक्टर समर्थन में उतरे

  • महाराष्ट्र एसोसिएशन ऑफ रेजीडेंट डॉक्टर्स ने पश्चिम बंगाल में डॉक्टरों के खिलाफ हिंसा को लेकर आज हड़ताल की। अधिकारियों ने बताया, ‘हम ओपीडी, वार्ड और एकेडमिक सर्विस को आज सुबह 8 बजे से शाम 5 बजे तक बंद कर रहे हैं। इमरजेंसी सेवाएं बाधित नहीं की जाएंगी।’
  • वहीं पश्चिम बंगाल के नॉर्थ बंगाल मेडिकल कॉलेज, सिलीगुड़ी ने भी हड़ताल का ऐलान किया है।
  • एमएआरडी सिओन हॉस्पिटल मुंबई के अध्यक्ष प्रशांत चौधरी ने कहा, ‘पश्चिम बंगाल में एक डॉक्टर के साथ मारपीट की गई थी। अगर इस तरह के हमले होते हैं तो यह लॉ और ऑर्डर का मामला है। इसलिए हम आज एक साइलेंट प्रदर्शन कर रहे हैं।’
  • हैदराबाद में भी निजाम इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस के डॉक्टरों ने बंगाल में डॉक्टर के साथ हुई हिंसा के विरोध में प्रदर्शन किया।

दिल्ली में रेजीडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन ऑफ एम्स ने आज हड़ताल का ऐलान किया है जिसकी वजह से मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।


एक मरीज के रिश्तेदार ने बताया, ‘मेरी मां का डायलिसिस आज होना था लेकिन हमें यहां से जाने और कहीं और इलाज कराने के लिए कहा गया।’

एम्स और सफदरजंग अस्पताल के रेजीडेंट डॉक्टरों ने बृहस्पतिवार को सांकेतिक प्रदर्शन करते हुए अपने सिर पर पट्टियां बांधकर काम किया था और कोलकाता में हिंसा की घटना के विरोध में 14 जून को ओपीडी समेत सभी गैर-आपातकालीन सेवाओं को बंद रखने का आह्वान किया था। कई डॉक्टरों ने जंतर मंतर पर भी प्रदर्शन किया था।

IMA का शुक्रवार को अखिल भारतीय विरोध दिवस की घोषणा

वहीं भारतीय चिकित्सा संघ (IMA) ने घटना के खिलाफ तथा हड़ताली डॉक्टरों के साथ एकजुटता दिखाने के लिए शुक्रवार को अखिल भारतीय विरोध दिवस घोषित किया है। इस बीच एनआरएस मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के प्रधानाचार्य साइबल मुखर्जी तथा चिकित्सा अधीक्षक एवं उप प्रधानाचार्य प्रो सौरभ चटोपाध्याय ने संस्थान के संकट से निपटने में विफल रहने की वजह से इस्तीफा दे दिया है।

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