केंद्र की मोदी सरकार ने पेट्रोल (Petrol) और डीजल (Diesel) पर एक बार फिर एक्साइज ड्यूटी (Excise Duty) बढ़ा दी है। सरकार ने पेट्रोल पर 18 रुपए प्रति लीटर और डीजल पर 12 रुपए प्रति लीटर के हिसाब से एक्साइज ड्यूटी (Excise Duty) बढ़ाई गई है। इसी के साथ मार्च महीने में यह दूसरा मौका है जब सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर एक्साइज ड्यूटी बढ़ाई है।
दरअसल, 19 मार्च को एसबीआई की इकोरैप रिपोर्ट में भी यह अनुमान लगाया गया था कि सरकार जल्द ही पेट्रोल (Petrol) और डीजल (Diesel) पर एक्साइज ड्यूटी बढ़ा सकती है।
मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक इस रिपोर्ट में कहा गाय था, “अगर कच्चे तेल के दाम 30 डॉलर प्रति बैरल के आसपास बने रहे, और सरकार ने एक्साइज ड्यूटी न बढ़ाई होती तो पेट्रोल-डीजल के दाम 10 से 12 रुपये प्रति लीटर कम हो सकते थे, लेकिन सरकार आगे भी एक्साइज ड्यूटी बढ़ाकर इनके दाम में कटौती को सीमित कर सकती है।” इसके साथ ही यह भी माना जा रहा है कि कोरोना वायरस (Coronavirus) पीड़ितों के इलाज पर हो रहे खर्च को देखते हुए सरकार ने अपना घाटा कम करने के लिए एक्साइज ड्यूटी बढ़ाई हो।
वहीं इससे पहले केंद्र ने 14 मार्च को पेट्रोल-डीजल पर 3 रुपए प्रति लीटर की दर से एक्साइज ड्यूटी बढ़ाई थी, उस समय एक्साइज ड्यूटी बढ़ाने से सरकार को 2,000 करोड़ रुपये से ज्यादा का फायदा होने का अनुमान था।