भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) नेता कपिल मिश्रा (Kapil Mishra) को दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने वाई प्लस सुरक्षा (Y+ Security) प्रदान की है। इसके तहत कपिल मिश्रा के साथ दिनभर छह जवान तैनात रहते हैं। दिल्ली पुलिस मुख्यालय के मुताबिक कपिल मिश्रा को यह सुरक्षा उन्हें मिली धमकी के आधार पर दी गई है। बीजेपी नेता को यह सुरक्षा पुराने पुलिस कमिश्नर अमूल्य पटनायक के कार्यकाल में ही दे दी गई थी।
दिल्ली पुलिस सूत्रों की मानें तो कपिल मिश्रा को मिली धमकी और उनके द्वारा दिल्ली पुलिस को की गई शिकायत के आधार पर उनका थ्रेट परसेप्शन किया गया था। इस दौरान दिल्ली पुलिस ने पाया कि वास्तव में कपिल मिश्रा की जान को खतरा हो सकता है। साथ ही दिल्ली पुलिस अपने ऊपर ऐसा कोई आरोप नहीं लेना चाहती थी जिसके आधार पर यह कहा जाए कि पुलिस की लापरवाही के चलते कपिल मिश्रा के ऊपर हमला हो गया। वहीं, गृह मंत्रालय के सूत्रों ने कहा कि कपिल मिश्रा को दिल्ली पुलिस की ओर से वाई प्लस श्रेणी की सुरक्षा दी गई है, लेकिन गृह मंत्रालय को इस फैसले की कोई जानकारी नहीं है।
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जानकारी के मुताबिक, कपिल मिश्रा के साथ दो निजी सुरक्षा अधिकारी (पीएसओ) मिले हैं, जो उनके साथ चौबीसों घंटे रहेंगे। इसके अलावा चार और सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की गई है। सुरक्षा प्रोटोकॉल के अनुसार, पीएसओ में से एक ऑटोमैटिक राइफल से लैस होगा, जबकि दूसरे के पास पिस्टल होगा। बाकी चारों पुलिसकर्मी हथियारों से लैस रहेंगे।
भड़काऊ भाषण का है आरोप
गौरतलब है कि कपिल मिश्रा अपने विवादास्पद और भड़काऊ भाषणों के कारण पिछले कुछ महीनों से चर्चा में हैं। कपिल मिश्रा के खिलाफ दिल्ली हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में याचिकाएं दायर की गई है और उनके खिलाफ भड़काऊ भाषण देने के मामले में एफआईआर दर्ज करने की मांग की गई है। इससे पहले कपिल मिश्रा ट्वीट कर चुके हैं कि उन्हें धमकियां दी जा रही हैं। उन्होंने पिछले दिनों ट्वीट किया, ‘लगातार फोन पर, व्हाट्सप्प पर, ईमेल पर मुझे हत्या की धमकियां दी जा रही हैं, देश से और विदेशों से सैकड़ो धमकियां लगातार दी जा रही हैं।’
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इससे पहले कपिल मिश्रा को साल 2017 में वाई श्रेणी की सुरक्षा दी गई थी, जब दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के घर के बाहर प्रदर्शन के दौरान उन पर हमला हुआ था। उस समय कपिल मिश्रा आम आदमी पार्टी (आप) के विधायक थे। हालांकि, उस दौरान उन्होंने सुरक्षा लेने से इनकार कर दिया था, लेकिन कुछ दिन पहले कपिल मिश्रा ने सुरक्षा की मांग की थी। कपिल हाल ही में हुए दिल्ली चुनाव में मॉडल टाउन से बीजेपी के उम्मीदवार थे।
AAP ने साधा निशाना
कपिल मिश्रा को सुरक्षा मिलने की खबर पर विपक्षी नेताओं ने निशाना साधा है। आम आदमी पार्टी से राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा, ‘भड़काऊ भाषण देने वालों को जनता के पैसे पर सुरक्षा दी जा रही है।’ बताते चलें कि 23 फरवरी को कपिल मिश्रा ने उत्तर-पूर्वी दिल्ली के जाफराबाद इलाके में मौजपुर चौक पर नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के समर्थन में एक सभा का नेतृत्व किया था। इसके बाद सीएए समर्थक और विरोधी आमने-सामने आ गए और भारी हिंसा भड़क उठी। इस हिंसा की चपेट में आने से अब तक 47 लोगों की मौत हुई है।