दिल्ली में प्रदूषण (Delhi Pollution) के लिए प्रमुख रूप से जिम्मेदार पराली पर जारी राजनीति थमने का नाम नहीं ले रही है। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के राज्यसभा सांसद विजय गोयल (Vijay Goel) ने गुरुवार को एक बार फिर केजरीवाल सरकार के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन की कमान संभाली। विजय गोयल साइकिल पर पराली लेकर दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया (Manish Sisodiya) के घर पहुंचे।
विजय गोयल (Vijay Goel) ने अपने ट्विटर अकाउंट पर पहले ही मनीष सिसोदिया के घर जाने का ऐलान कर दिया था। गोयल के साथ बीजेपी के कई नेता और कार्यकर्ता भी साइकिल पर सवार होकर सिसोदिया के घर पहुंचे। हालाँकि, उनकी मुलाकात मनीष सिसोदिया ने नहीं हो पाई, क्योंकि वह अपने घर पर मौजूद नहीं थे।
विजय गोयल ने इसके बाद अपना विरोध-प्रदर्शन खत्म कर दिया। इसके बाद एक ट्रक बुलाई गई और प्रदर्शन में इस्तेमाल की गई सभी साइकिलों को उसमें लादकर वापस भेजा गया। साइकिलों के ट्रक पर लादे जाने की तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। लोगों का कहना है कि विजय गोयल ने इस विरोध-प्रदर्शन के लिए किराये पर मिलने वाली साइकिलों का इस्तेमाल किया।
AAP विधायकों को ठहराया पराली जलाने का जिम्मेदार
विजय गोयल ने दिल्ली में पराली के धुएं के लिए पंजाब में मौजूद आम आदमी पार्टी के विधायकों को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा कि पंजाब में AAP विधायकों के क्षेत्र में ही पराली जल रही है। इससे पहले विजय गोयल ने ट्वीट किया था कि एक तरफ केजरीवाल पराली-पराली चिल्ला रहे हैं दूसरी तरफ पंजाब में उन्हीं की पार्टी के विधायक व नेता खुद पराली को जला, जलवा व उकसा रहे हैं। आज तक हमने कहीं नहीं पढ़ा कि पंजाब में आप पार्टी ने पराली जलने के खिलाफ कोई आवाज उठाई हो, जबकि वह वहां मुख्य विपक्षी पार्टी है।
गौरतलब है कि दिल्ली में प्रदूषण को देखते हुए ऑड-इवन लागू होने के बाद भी विजय गोयल ने विरोध जताया था। 4 नवंबर से शुरू हुई इस मुहिम के पहले ही दिन विजय गोयल विषम नंबर की कार लेकर सड़क पर निकले थे और 4 हजार का चालान कटवाया था। विजय गोयल के इस कदम से पार्टी की किरकिरी होने लगी तो दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष मनोज तिवारी ने यह कहते हुए पल्ला झाड़ लिया कि विजय गोयल का विरोध-प्रदर्शन पार्टी लाइन के मुताबिक नहीं था।