हरियाणा के पानीपत से एक दिल दहलाने वाली घटना सामने आई है। यहां पसीना कला मोड़ स्थित ढाबे पर सोमवार देर शाम को साले के साथ खाना खाने पहुंचे जहां बाद में हवलदार को ढाबा मालिक के बेटे ने चाकू मार दिया। हवलदार का निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है। सीआईए-2 ने इस मामले में दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
क्या है पूरा मामला
खबरों के अनुसार वारदात सोमवार शाम करीब साढ़े सात बजे की है। मूलरूप से सफीदों के रहने वाले परवेश पुलिस महकमे में हवलदार हैं। वर्तमान में उनकी पोस्टिंग पानीपत में दुर्गा शक्ति सेवा में है। परवेश पुलिस लाइन में रहते हैं। परवेश का कहना है कि सोमवार को ऊझा में रहने वाला उनका साला नरेंद्र आया था। वह नरेंद्र को छोड़ने उसके घर जा रहे थे।
पसीना कलां मोड़ स्थित फिरोज के ढाबे पर वे खाना खाने के लिए रुक गए। किसी बात पर उनका विवाद फिरोज से हो गया। विवाद बढ़ने पर फिरोज ने ढाबे के मालिक जयकरन के बेटे जितेंद्र को बुला लिया। जितेंद्र और फिरोज उन्हें खींचकर पड़ोस में स्थित चिकन कार्नर में ले गए। वहां जितेंद्र ने उनके पेट में दो बार चाकू घोंप दिया। साले की सूचना पर पहुंची पुलिस ने परवेश को निजी अस्पताल में भर्ती करा दिया।
आपको बता दें कि पुलिस ने इस मामले में फिरोज और जितेंद्र को हिरासत में ले लिया है। एसएचओ चांदनीबाग का कहना है कि केस दर्ज कर फरार चल रहे दो आरोपी साबिर और जितेंद्र के भाई दीपक की तलाश की जा रही है।
रमजान में शराब का विरोध
इस संबंध में आरोपी फिरोज का कहना है कि परवेश ढाबे पर शराब पी रहे थे। उन्होंने इसका विरोध किया कि रमजान चल रहे हैं, यहां शराब मत पीओ। इसके चलते परवेश ने गाली- गलौज शुरू कर दी। उन्होंने सिवाह में रहने वाले जितेंद्र को बुला लिया। जितेंद्र ने विरोध किया तो परवेश ने उसका गला दबा दिया और धकेलते हुए चिकन कार्नर में ले गए। बचाव में जितेंद्र ने चाकू मार दिया।