सिरसा: बीजेपी प्रत्याशी सुनीता दुग्गल को महंगा पड़ा किसानों को ‘बावला’ कहना, झेलना पड़ रहा है गुस्सा

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सिरसा: बीजेपी प्रत्याशी सुनीता दुग्गल को महंगा पड़ा किसानों को 'बावला' कहना, झेलना पड़ रहा है गुस्सा

लोकसभा चुनाव के लिए चार चरणों का मतदान हो चुका है। हरियाणा की 10 सीटों पर चुनाव होने बाकी हैं। यहाँ छठे चरण में 12 मई को वोट डाले जाएंगे। चुनावी समर में कूदे तमाम दल और उनके प्रत्याशी जोर-शोर से चुनाव प्रचार कर रहे हैं। हरियाणा का सिरसा लोकसभा सीट हाई प्रोफाइल बन गया है। यहाँ से मौजूदा सांसद चरणजीत सिंह रोरी (इनेलो) के खिलाफ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अशोक तंवर मैदान में हैं। वहीं बीजेपी ने सुनीता दुग्गल को टिकट दिया है। बीते दिनों सुनीता दुग्गल का एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें वह किसानों के विरोध-प्रदर्शन पर भड़क गयी थीं और उन्हें ‘बावला’ कहते हुए दिखी थीं।

किसानों को क्यों कहा ‘बावला’

दरअसल, बीते दिनों सिरसा के फतेहाबाद में वोट मांगने के लिए पहुंची बीजेपी प्रत्याशी सुनीता दुग्गल को किसानों के जबरदस्त विरोध का सामना करना पड़ा। हसंगा गांव के फसल खरीद केंद्र के पास जमा किसानों ने सवाल उठाये कि उनकी फसल की खरीद को लेकर बीजेपी नेता जुमलेबाजी करते हैं। लेकिन, किसानों की फसल खरीदी नहीं जा रही। इसी बात को लेकर बीजेपी प्रत्याशी सुनीता दुग्गल की किसानों के साथ जमकर बहस हो गयी। इसी दौरान सुनीता गुस्से में आ गयीं और किसानों को ‘बावला’ कह डाला।


किसानों ने सुनीता से यह भी कहा कि आप वोट मांगने आ गई हैं लेकिन किसान आपको वोट क्यों दें जब उनकी कोई बात ही नहीं सुनी जा रही। किसानों से बहस होने के बाद सुनीता मौके से चली गयीं।

सुनीता दुग्गल को झेलना पड़ रहा किसानों का गुस्सा

सुनीता दुग्गल की यह प्रतिक्रिया क्षेत्र के किसानों को नागवार गुजरी है। अनाज मंडियों में किसान उनके बयान से खफा बताये जाते हैं। किसान संघर्ष समिति के नेता मनदीप सिंह का कहना है कि बीजेपी की सरकार में किसानों का बुरा हाल है। पहले धान की पराली के नाम पर और अब मंडियों में पड़ी फसल नहीं खरीदकर किसानों को लगातार प्रताड़ित किया जा रहा है। उन्होंने आगे कहा कि हसंगा गाँव में किसानों ने बीजेपी प्रत्याशी का विरोध किया और किसान संघर्ष समिति किसानों के इस कदम का समर्थन करती है।

गौरतलब है कि किसानों की फसल खरीद को लेकर सिरसा में आए दिन विवाद हो रहे हैं और भाजपा प्रत्याशी सुनीता दुग्गल को किसानों का गुस्सा झेलना पड़ रहा है। गुरुवार को चौपटा में सरसों की खरीद समय पर शुरू न होने पर लोगों ने सिरसा-भादरा रोड पर अनाज मंडी गेट पर जाम लगा रहा। इस दौरान अपने कार्यालय का शुभारंभ करने जा रही सुनीता दुग्गल जाम में फंस गई। उन्हें देख किसानों ने हरियाणा सरकार और जिला प्रशासन मुर्दाबाद के नारे लगाए। इसके बाद सुनीता दुग्गल किसानों के बीच पहुंचीं और संबंधित अधिकारियों से बात करके तुरंत प्रभाव से सरसों की खरीद शुरू करवाने की बात कहकर रोड जाम खुलवाया।


सिरसा में कभी नहीं खिला कमल

आपको बता दें कि हरियाणा की सिरसा (सुरक्षित) सीट में ही चौटाला परिवार का घर है और इसे इंडियन नेशनल लोक दल (इनेलो) का गढ़ माना जाता रहा है। यहाँ से सबसे ज्यादा नौ बार कांग्रेस ने जीत दर्ज की है। वहीं, चार बार इनेलो प्रत्याशी विजयी रहे हैं। बीजेपी को आज तक कामयाबी नहीं मिल पाई है।

सुनीता दुग्गल सिरसा लोकसभा सीट से भाजपा की टिकट पर चुनाव लड़ रही हैं। वे इससे पहले रतिया सीट से विधानसभा चुनाव लड़ चुकी हैं, जिसमें उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। सुनीता दुग्गल आईआरएस की नौकरी से रिटायरमेंट लेकर राजनीति में आई हैं, उनके पति राजेश दुग्गल हरियाणा काडर में आईपीएस हैं।

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