देश में संशोधित और सख्त ट्रैफिक नियम लागू होने के बाद आजकल हर जगह भारी-भरकम जुर्माने की चर्चा हो रही है। नए ट्रैफिक नियमों का खौफ इतना है कि पॉल्यूशन सेंटर्स के बाहर गाड़ियों की लंबी-लंबी कतारें हैं और सिर्फ प्रदूषण जांच सर्टिफिकेट हासिल करने के लिए पांच-पांच घंटे का इंतजार करना पड़ रहा है। लोग-बाग ऑफिस से छुट्टी लेकर अपनी गाड़ियों का पॉल्यूशन चेक करवा रहे हैं। नए जुर्मानों से लोग इतने घबरा गए हैं कि लर्निंग ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के लिए आरटीओ पहुंच रहे हैं। यहां तक कि कई राज्यों में उन्हें 15 से एक महीने की वेटिंग मिल रही है।
वहीं संशोधित मोटर व्हीकल एक्ट में लागू होने के बाद वाहन चालकों पर भारी भरकम जुर्माने लग रहे हैं। अब तक सबसे महंगा चालान दो लाख का कटा है, जो एक ट्रक का था। वहीं खास बात यह है कि सबसे ज्यादा चालान ‘राम’ नाम वालों के कट रहे हैं। राजधानी दिल्ली में दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने राम किशोर नाम शख्स के नाम 2,00,500 रुपये का चालान काटा है।
इस ट्रक चालक को बिना ड्राइविंग लाइसेंस के लिए 5000 रुपये, रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट के लिए 10000 रुपये, फिटनेस के 10000 रुपये, इंश्योरेंस के 4000 रुपये, परमिट के 10000 रुपये, पॉल्यूशन सर्टिफिकेट के 10000 रुपये, ओवरलोडिंग के 20000 रुपये और सीट बेल्ट के लिए 1000 रुपये का चालान कटा। ट्रक मालिक ने चालान राशि को रोहिणी कोर्ट में जमा करा दिया है।
इससे पहले सबसे ज्यादा चालान 18 टायर वाले राजस्थान नंबर के एक ट्रक पर लगा था। यह ट्रक बीकानेर के ट्रांसपोर्टर भगवान राम का था। दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने ओवर लोडिंग के चलते पांच सितंबर को ट्रक का 1,41,700 रुपये का चालान काटा था। ट्रक ड्राइवर के पास न तो ड्राइविंग लाइसेंस था और न ही परमिट के कागजात थे। चालान की जुर्माना राशि मालिक ने नौ सितंबर को रोहिणी कोर्ट में जमा कराई।
वहीं राम के नाम से एक और चालान हरियाणा के गुरुग्राम में कटा। पांच सितंबर रात में गुरुग्राम ट्रैफिक पुलिस ने एक ओवर लोड ट्रैक्टर-ट्रॉली के चालक को 59 हजार का चालान काटा था।
ट्रैक्टर चालक राम गोपाल ने रेड लाइट जंप करने के चक्कर में एक बाइक सवार को टक्कर मार दी थी। इसके अलावा उसके पास न तो ट्रैक्टर के कागजात थे और न ही ड्राइविग लाइसेंस, आरसी, फिटनेस प्रमाण पत्र, इंश्योरेंस सर्टिफिकेट वगैरह।