हेमंत सोरेन ने रेल मंत्रालय को लिखी चिट्ठी- बिहार से आ रही ट्रेनें झारखंड में ला रही कोरोना; 13 जुलाई से बंद होगा परिचालन

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झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Hemant Soren) ने कहा है कि राज्य में कोरोना वायरस (Coronavirus in Jharkhand) का संक्रमण बिहार (Bihar) से आने वाली ट्रेनों की वजह से बढ़ रहा है। सीएम हेमंत सोरेन (CM Hemant Soren) ने झारखंड के विभिन्न इलाकों में कोरोना मरीजों की लगातार बढ़ती संख्या का हवाला देते हुए रेल मंत्री को पत्र लिख कर बिहार से झारखंड आनेवाली ट्रेनों को बंद करने का आग्रह किया है। वहीं, रेलवे ने झारखंड सरकार की अपील पर अमल करते हुए 13 जुलाई से ट्रेनों का परिचालन बंद करने का आदेश जारी कर दिया है।

इसके बाद 13 जुलाई से बिहार से झारखंड के लिए चलनेवाली दोनों ट्रेनों का परिचालन पूरी तरह बंद कर दिया जाएगा। रेल मंत्रालय ने कहा है अगले आदेश तक बिहार से झारखंड के लिए कोई ट्रेन नहीं चलेगी। फिलहाल दोनों राज्यों के बीच पटना-रांची जनशताब्दी एक्सप्रेस और दानापुर-टाटानगर ट्रेन चल रही है।


जमशेदपुर में 110 यात्रियों को किया गया क्वारंटीन

गौरतलब है कि गुरुवार शाम को जमशेदपुर में पूर्वी सिंहभूम जिला प्रशासन ने बिहार से पहुंची दानापुर-टाटा सुपर एक्सप्रेस के 350 में से 110 यात्रियों को उनकी सहमति से क्वारंटीन किया है। उन्हें सिदगोड़ा स्थित प्रोफेशनल कॉलेज में बनाये गये क्वारंटीन आइसोलेशन वार्ड में रखा गया है।

मालूम हो कि बढ़ते संक्रमण के कारण कई जिलों में सख्ती बढ़ा दी गयी है। बिहार-झारखंड सीमा पर बिना पास प्रवेश की अनुमति नहीं है। अन्य राज्यों से झारखंड में प्रवेश के लिए पास अनिवार्य है। बिना पास के राज्य में प्रवेश की अनुमति नहीं दी गयी है। मुख्य सचिव सुखदेव सिंह ने सीमावर्ती इलाकों में इस नियम का सख्ती से पालन करने को कहा है। उन्होंने उपायुक्तों से सीमा पर सुरक्षा बढ़ाने और बिना पास के किसी को भी राज्य में प्रवेश की अनुमति नहीं देने का निर्देश दिया है।

कोरोना के बढ़ते मामलों की वजह से बढ़ाई गई सख्ती

उल्लेखनीय है कि झारखंड में अपने मंत्रिमंडलीय सहयोगी एवं विधायक के कोरोना वायरस से संक्रमित पाए जाने के बाद राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी बुधवार को पृथक-वास में चले गए हैं और वहीं से जरूरी कार्यों का निष्पादन कर रहे हैं। राज्य में तेजी से बढ़ते मामलों को देखते हुए प्रभावित जिलों में अब सख्ती बढ़ायी जा रही है। साथ ही धारा-144 लागू की जा रही है।


जानकारी के मुताबिक, राज्य के रामगढ़, हजारीबाग, पलामू और जमशेदपुर में इसे और सख्त करने के आदेश दिये गये हैं। रामगढ़ में तो झारखंड के बाहर से आनेवालों की कोरोना जांच अनिवार्य कर दी गयी है। वहीं हजारीबाग के कैदी वार्ड में भर्ती एक कोरोना मरीज के फरार होने के बाद पूरे शहर में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है।


झारखंड में सीमित संसाधनों से ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार सृजन करना लक्ष्य : हेमंत

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