पूरे देश में हिंदी नव वर्ष की शुरुआत में कई पर्व मनाए जाते हैं। इसी दिन हिंदू मान्यताओं के अनुसार उगादी पर्व को शुभ और भाग्यशाली त्यौहार के रूप में मनाया जाता है। कर्नाटक और आंध्र प्रदेश में ये पर्व बहुत धूमधाम से मनाया जाता है।
इस दिन को शुभ मुहुर्त माना जाता है
नए साल की शुरुआत के तौर मनाया जाने वाला उगादी पर्व शुभ मुहूर्त के तौर भी मनाया जाता है। लोग इस दिन से अपने नए काम शुरू करते हैं। मान्यता है कि इस दिन भगवान ब्रह्मा ने संसार को रचा था। ये भी माना जाता है कि इसी दिन भगवान विष्णु ने मत्स्य अवतार धारण किया था। इस दिन हिंदू नव वर्ष की शुरूआत भी होती है।
चमेली के पुष्प चढ़ाने की परंपरा
इस पर्व को लेकर लोगों कई दिन पहले से ही उत्साह देखने को मिलता है। लोग कई दिन पहले से ही खरीदारी शुरू कर देते हैं। खासतौर पर आंध्र और कर्नाटक में घरों की साफ-सफाई की जाती है और घरों को खूबसूरत तरीके से सजाया जाता है। लोग घरों को रंगबिरंगी लाइट से रोशन करते हैं। घर के मुख्य दरवाजे को आम के पत्तों से सजाते हैं। माना जाता है इससे खुश होकर भगवान लोगों को घर में प्रवेश करते हैं और उन्हें धन संपदा और सुख-समृद्धि देते हैं। कई जगह कलश भी स्थापित करने की परंपरा है। भगवान को प्रसन्न करने के लिए लोग पूजा अर्चना के बाद चमेली का पुष्प भी चढ़ाते हैं।
इन बधाई संदेशों को भेजकर दे अपनी शुभकामनाएं
छोटों को करो प्यार
बड़ों को दो सम्मान
यह संकल्प लेकर
मनाओ उगादी का त्योहार
प्रकृति की लीला है छाई
सभी को दिल से उगादी की बधाई।
शुभ हो नया साल आपका
ऊंची उड़ान भरे हर पल आपका
जैसे आसमान में उड़ती पतंग
वैसे ही उगादी पर्व की सजे हर एक तरंग
पेड़ों पर सजती है नए पत्तों की बहार
हरियाली से महकता प्रकृति का व्यवहार
ऐसा सजता है उगादी का त्योहार
मौसम भी करता नव वर्ष का सत्कार
हैप्पी उगादी का खुशियों भरा त्योहार
उगादी पर्व आपके जीवन में अनंत खुशियां लाए।