बिहार के जमुई लोकसभा सीट पर प्रथम चरण के अंतर्गत गुरुवार को मतदान संपन्न हुए। जमुई में 54 फीसदी वोटरों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। इस सीट पर एनडीए खेमे से लोक जनशक्ति पार्टी के उम्मीदवार चिराग पासवान और महागठबंधन की ओर से भूदेव चौधरी मैदान में थे। प्राप्त जानकारी के मुताबिक, इस सीट पर कड़ी टक्कर देखने को मिल सकती है। मीडिया में भी इस बात को लेकर चर्चा है कि पिछले चुनाव में मोदी लहर पर सवार होकर संसद पहुंचे चिराग पासवान की राह आसान नहीं होगी।
इसी बीच मतदान के बाद चिराग पासवान ने आरोप लगाया है कि चुनाव में उनके साथ भीतरघात हुआ है। एलजेपी के संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष चिराग पासवान ने ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए कहा कि जमुई में उनके साथ जो भीतरघात हुआ है वो किसी से छुपा नहीं है।
चिराग ने कहा, “न सिर्फ जमुई बल्कि प्रदेश से लेकर शीर्ष के नेताओं को भी इसकी जानकारी थी। लेकिन मुझे किसी से कोई गिला शिकवा नहीं है, हर किसी ने अपनी-अपनी भूमिका निभाई है। जब मेरी भूमिका आएगी मैं भी उसे निभाऊंगा।”
हालाँकि, चिराग पासवान ने यह भी कहा कि जमुई से जीत को लेकर उन्हें कभी कोई शंका नहीं थी। पासवान अपनी जीत को लेकर आश्वस्त हैं और उन्हें उम्मीद है कि इस बार 2014 से बेहतर परिणाम आएगा। पासवान ने कहा कि मैं ईमानदारी से बोल रहा हूं कि मैं अपने प्रतिद्वंद्वी को कम नहीं आंकता। लेकिन अपना काम और अपनी निरंतरता पर पूरा भरोसा है। जनता इस बात का ख्याल रखेगी।
गौरतलब है कि जमुई लोकसभा क्षेत्र एक सुरक्षित सीट है। इस सीट पर एनडीए और महागठबंधन के बीच लड़ाई दिलचस्प है। एलजेपी के चिराग पासवान के खिलाफ बिहार आरएलएसपी के प्रदेश अध्यक्ष भूदेव चौधरी मैदान में हैं। भूदेव चौधरी ने साल 2009 के लोकसभा चुनाव में जेडीयू के टिकट पर चुनाव जीता था। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में शामिल लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) ने पिछले लोकसभा चुनाव में तो आसानी से यहां जीत दर्ज कर ली थी, मगर इस बार लोजपा और विपक्षी दलों के महागठबंधन में शामिल राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) के बीच कड़ा मुकाबला माना जा रहा है।
बिहार : क्या जमुई में रालोसपा के ‘पंखे’ की हवा में भी जलेगा लोजपा का ‘चिराग’?
जमुई लोकसभा सीट: मोदी लहर पर सवार होकर जीते थे चिराग पासवान, इस बार राह आसान नहीं