Magh Mela 2020: संगम नगरी प्रयागराज में 43 दिनों तक चलने वाला माघ मेला (Magh Mela) आज से शुरू हो गया है। पौष पूर्णिमा पर मेले का आज पहला स्नान पर्व है और इसी के साथ 1 महीने चलने वाला कल्पवास भी शुरू हो जाएगा। मेले के दौरान 5 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के पहुंचने का अनुमान है, जबकि पहले स्नान पर्व पौष पूर्णिमा पर लगभग 40 लाख के करीब श्रद्धालुओं के संगम में डुबकी लगाने की संभावना है। माघ मेला 21 फरवरी तक चलेगा।
माघ मास में कल्पवास, स्नान का विशेष महत्व
माना जाता है कि माघ महीने में सूर्य के मकर राशि में प्रवेश करने के साथ ही तीर्थराज प्रयागराज में एक माह के कल्पवास से एक कल्प (ब्रह्मा का एक दिन) का पुण्य मिलता है। वहीं, पवित्र संगम में स्नान का भी विशेष महत्व बताया गया है। आदिकाल से चली आ रही इस परंपरा का बखान वेदों से लेकर रामचरित्रमानस और महाभारत में भी मिलता है।
मेले का विशेष स्नान
- पौष पूर्णिमा- 10 जनवरी (शुक्रवार)
- मकर संक्रांति- 15 जनवरी (बुधवार)
- मौनी अमावस्या- 24 जनवरी (शुक्रवार)
- वसंत पंचमी- 30 जनवरी (मंगलवार)
- माघी पूर्णिमा- 9 फरवरी (रविवार)
- महाशिवरात्रि- 21 फरवरी (शुक्रवार)
सर्वाधिक पवित्र है मौनी अमावस्या का स्नान
स्नान-दान के लिए अमावस्या को सर्वाधिक पवित्र एवं शुभ तिथि को माना गया है। इसे “मौनी अमावस्या” भी कहते हैं। मौनी अमावस्या को दर्श अमावस्या भी कहते हैं। इस दिन व्रत एवं स्नान करने वाले को पूरे दिन मौन-व्रत रखने से अभीष्ठ फलों की प्राप्ति होती है।