Happy Birthday Lata Mangeshkar: स्वर कोकिला लता मंगेशकर आज अपना 90वां जन्मदिन मना रही हैं। लता के पिता दीनानाथ ने उन्हें तब से संगीत सिखाना शुरू किया, जब वो पांच साल की थीं। उनके साथ उनकी बहनें आशा, ऊषा और मीना भी संगीत सीखा करतीं थीं। लता का जीवन उपलब्धियों से भरा पड़ा है। लता मंगेशकर की आवाज़ का कोई सानी नहीं है। उनकी आवाज़ दिल को छूती नहीं, बल्कि दिल में बस जाती है। आज की नौजवान पीढ़ी भी उनके गाए कई गानों की दीवानी है।
जानें लता मंगेशकर से जुड़ी खास बातें…
– लता मंगेशकर का जन्म 28 सितंबर, 1929 को इंदौर के मराठी परिवार में हुआ था। इनके पिता पंडित दीनदयाल मंगेशकर रंगमंच के कलाकार और गायक थे। संगीत इन्हें विरासत में मिली।
– लता मंगेशकर का नाम शुरू से ही ‘लता’ नहीं था। उनके बचपन का नाम हेमा था। उनके पिता ने बाद में उनका नाम बदलकर लता रख दिया। बताया जाता है कि उन्होंने अपने थिएटर के एक पात्र ‘लतिका’ के नाम पर ये नाम रखा था।
– लता ने 40 के दशक से ही फिल्मों में गाने गाना शुरू कर दिया था। शंकर-जयकिशन, नौशाद और एसडी बर्मन के लिए उन्होंने करियर की शुरुआत में खूब गानें गाए। किशोर कुमार, मुकेश, मोहम्मद रफी, मन्ना डे और येसुदास के साथ गाए गए उनके डुएट सॉन्ग्स आज भी दर्शक सुनना पसंद करते हैं।
– 1948 में आई फिल्म ‘मजबूर’ में लता मंगेशकर ने ‘दिल मेरा तोड़ा मुझे कहीं का न छोड़ा’ गाना गया और इसके बाद वो सफलता की उस राह पर चल पड़ीं, जिसपर वापसी का रास्ता ही नहीं था।
– वर्ष 1974 में लंदन के सुप्रसिद्ध रॉयल अल्बर्ट हॉल में उन्हें पहली भारतीय गायिका के रूप में गाने का अवसर प्राप्त है। उसी वर्ष दुनिया में सबसे अधिक गीत गाने का ‘गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड’ उनके नाम पर दर्ज है।
– न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी सहित छह विश्वविद्यालयों में उन्हें मानद उपाधि से नवाजा गया। वे फिल्म इंडस्ट्री की पहली महिला हैं जिन्हें भारत रत्न और दादा साहब फाल्के पुरस्कार प्राप्त हुआ। साथ ही उन्हें 1969 में पद्मभूषण और 1999 में पद्म विभूषण से नवाजा गया।
– लता मंगेशकर को 1969 में पद्मभूषण, 1989 में दादा साहेब फाल्के अवॉर्ड, 1999 में पद्म विभूषण और साल 2001 में भारत रत्न से सम्मानित किया गया। भारत की ‘स्वर कोकिला’ लता मंगेशकर ने 20 भाषाओं में 30,000 गाने गाये हैं।
– प्रेम में पगे हजारों गीत गाने के बावजूद लता मंगेशकर ने कभी शादी नहीं की।